भूतिया डॉल Annabelle पर फिर मचा हंगामा! न गायब हुई, न किसी ने चुराया, आखिर इस गुड़िया में ऐसा क्या है जो लोग थरथरा उठते हैं?

'द कॉन्ज्यूरिंग' और 'एनाबेल' जैसी हॉरर फिल्मों से दुनियाभर में कुख्यात हुई एनाबेल डॉल एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। हाल ही में सोशल मीडिया पर यह अफवाह तेजी से फैली कि यह रहस्यमयी डॉल वॉरेन ऑकल्ट म्यूज़ियम (Warren Occult Museum) से गायब हो गई है। अफवाह इतनी तेजी से फैली कि इंटरनेट पर हड़कंप मच गया। लोगों में डर और जिज्ञासा दोनों बढ़ने लगे, और एक बार फिर “भूतिया” एनाबेल के किस्से आमजन की जुबां पर आ गए। हालांकि, इन अफवाहों को म्यूज़ियम के संचालक टोनी स्पेरा (Tony Spera) ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने साफ कहा कि एनाबेल कभी भी उनके नियंत्रण से बाहर नहीं हुई और अब भी सुरक्षित रूप से उसी विशेष केस में बंद है जिसमें वह वर्षों से रखी जा रही है।
सोशल मीडिया पर उड़ी अफवाहें और इंटरनेट पर मची अफरा-तफरी
जैसे ही खबर फैली कि एनाबेल डॉल अपने केस से गायब हो गई है, सोशल मीडिया पर लोगों ने तेजी से प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। कुछ लोगों ने इसे अशुभ संकेत माना, तो कईयों ने हॉरर फिल्मों की कहानियों को सच मान लिया। ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर #AnnabelleGone ट्रेंड करने लगा। खासकर न्यू ऑरलियन्स में हुए कुछ अजीबो-गरीब घटनाओं जैसे एक ऐतिहासिक प्लांटेशन में आग लगने और एक जेल से कैदियों के भागने की खबरों ने इस अफवाह को और हवा दी। कई लोगों ने इन घटनाओं को एनाबेल की उपस्थिति से जोड़ दिया। लोगों का कहना था कि जहां-जहां एनाबेल गई, वहां कुछ न कुछ अप्राकृतिक घटना जरूर घटी।
टोनी स्पेरा का बयान: “एनाबेल कभी गायब नहीं हुई”
इन अफवाहों के बाद वॉरेन ऑकल्ट म्यूज़ियम के संचालक टोनी स्पेरा ने एक वीडियो स्टेटमेंट जारी कर स्थिति को स्पष्ट किया। उन्होंने कहा: “एनाबेल पूरी तरह सुरक्षित है और कभी गायब नहीं हुई। उसे हाल ही में अमेरिका के विभिन्न राज्यों में चल रहे एक पैरानॉर्मल टूर के तहत म्यूज़ियम से बाहर ले जाया गया था, लेकिन इसके लिए हर सुरक्षा उपाय किए गए थे।” उन्होंने यह भी बताया कि एनाबेल को जब भी म्यूज़ियम से बाहर ले जाया जाता है, तब उसे एक विशेष लकड़ी के केस में रखा जाता है। इस केस को पवित्र जल, पवित्र तेल और क्रॉस के चिन्हों से संरक्षित किया जाता है। साथ ही, एक कैथोलिक पादरी द्वारा आशीर्वाद भी दिया जाता है ताकि किसी भी दुष्ट आत्मा या ऊर्जा का प्रभाव न हो।
एनाबेल की काली कहानी और उसका इतिहास
एनाबेल डॉल को लेकर रहस्य और डर की कहानियाँ कोई नई बात नहीं हैं। यह डॉल असल में एक Raggedy Ann नामक सामान्य दिखने वाली कपड़े की गुड़िया है। 1970 के दशक में प्रसिद्ध पैरानॉर्मल इन्वेस्टिगेटर्स एड और लोरेन वॉरेन ने दावा किया था कि यह डॉल एक दुष्ट आत्मा से प्रभावित है। वॉरेन दंपति के अनुसार, इस डॉल ने कई पैरानॉर्मल घटनाओं को अंजाम दिया और लोगों को शारीरिक एवं मानसिक नुकसान पहुंचाया। इसके बाद से यह डॉल हमेशा एक विशेष केस में बंद रखी जाती है, जो वॉरेन ऑकल्ट म्यूज़ियम में रखा गया है। यह पहली बार नहीं है जब एनाबेल डॉल के गायब होने की अफवाह फैली है। इससे पहले भी 2020 में ऐसी ही एक खबर वायरल हुई थी कि डॉल अपने केस से गायब हो गई है। बाद में यह खबर पूरी तरह झूठी साबित हुई थी।
रहस्य, डर और मार्केटिंग का मेल?
विशेषज्ञों का मानना है कि एनाबेल डॉल की रहस्यमयी छवि कहीं न कहीं फिल्मों और सोशल मीडिया की कल्पनाओं से और गहराई पा चुकी है। जहां कुछ लोग इसे सच्चाई मानते हैं, वहीं कई इसे मार्केटिंग का हिस्सा मानते हैं। हाल के पैरानॉर्मल टूर और वायरल वीडियो इस बात की ओर भी इशारा करते हैं कि आज के दौर में डर और रहस्य भी मनोरंजन और ब्रांडिंग का एक बड़ा हिस्सा बन चुके हैं। वॉरेन म्यूज़ियम द्वारा एनाबेल को अलग-अलग जगहों पर ले जाना भी इसी प्रचार का हिस्सा माना जा सकता है।
निष्कर्ष: अफवाहों से दूर रहें, तथ्यों पर भरोसा करें
एनाबेल डॉल को लेकर चाहे जितनी भी कहानियाँ और अफवाहें सामने आएं, हकीकत यह है कि यह डॉल इस वक्त भी वॉरेन ऑकल्ट म्यूज़ियम में पूरी तरह सुरक्षित और संरक्षित है। म्यूज़ियम प्रबंधन ने सुरक्षा के सभी मानकों को अपनाते हुए इसे संभाला है। यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि सोशल मीडिया पर वायरल होती खबरों को तथ्यात्मक जांच के बिना सच मानना खतरनाक हो सकता है। डर और रहस्य की कहानियाँ हमें रोमांचित करती हैं, लेकिन जरूरी है कि हम सच्चाई और कल्पना के बीच फर्क कर सकें।