
राष्ट्रपति बाइडेन के अनुसार एक यूक्रेनी टैंक बटालियन में आमतौर पर 31 टैंक होते हैं, यही वजह है कि उस संख्या पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा, अब्राम्स टैंक दुनिया में सबसे सक्षम टैंक हैं। वे संचालन और रखरखाव में भी जटिल हैं, इसलिए हमने यूक्रेन को युद्ध के मैदान में इन टैंकों को प्रभावी ढंग से बनाए रखने के लिए आवश्यक पुर्जे और उपकरण भी दे रहे हैं। बाइडेन की घोषणा जर्मनी के अपने 14 लेपर्ड टैंकों को यूक्रेन भेजने के निर्णय के बाद हुई है। बर्लिन ने अन्य यूरोपीय देशों को जर्मन निर्मित टैंकों को यूक्रेन भेजने का रास्ता भी साफ कर दिया।
अपने संबोधन में बाइडेन ने कहा कि वह जर्मन लेपर्ड टैंक प्रदान करने के लिए चांसलर शोल्ज के आभारी हैं और यूक्रेन के लिए दो टैंक बटालियनों के यूरोपीय योगदान को व्यवस्थित करने के प्रयास का नेतृत्व करेंगे। बाइडेन ने कहा, मैं चांसलर को उनके नेतृत्व और यूक्रेन का समर्थन करने के हमारे सामूहिक प्रयासों के प्रति उनकी ²ढ़ प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। जर्मनी वास्तव में आगे बढ़ गया है। हम प्रयास जारी रखने जा रहे हैं। अमेरिका और जर्मनी के अलावा यूके ने हाल ही में घोषणा की थी कि वह यूक्रेन को चैलेंजर 2 टैंक दान कर रहा है, जबकि रेंस एएमएक्स-10, बख्तरबंद लड़ाकू वाहनों का योगदान दे रहा है।
लैपर्ड के टैंकों के अलावा, जर्मनी पैट्रियट मिसाइल बैटरी भी भेज रहा है और नीदरलैंड पैट्रियट मिसाइल और लांचर दे रहा है। फ्रांस, कनाडा, यूके, स्लोवाकिया और नॉर्वे ने वायु रक्षा प्रणालियां दी हैं। बाइडेन ने यह भी कहा कि पोलैंड बख्तरबंद वाहन भेज रहा है, स्वीडन पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन, इटली तोपखाना, डेनमार्क और एस्टोनिया हॉवित्जर तोप और लातविया स्टिंगर मिसाइलें प्रदान कर रहा है। इसी प्रकार लिथुआनिया विमान-रोधी बंदूकें प्रदान कर रहा है, और फिनलैंड ने हाल ही में अब तक का सबसे बड़ा पैकेज दिया है। उन्होंने कहा, हमारे सहयोगियों और साझेदारों के साथ हमने 3,000 से अधिक बख्तरबंद वाहन, 8,000 से अधिक आर्टिलरी सिस्टम, 2 मिलियन से अधिक राउंड आर्टिलरी गोला-बारूद और 50 से अधिक उन्नत मल्टी-लॉन्च रॉकेट सिस्टम, एंटी-शिप और एयर डिफेंस सिस्टम भेजे हैं। उन्होंने कहा, आज दुनिया यूक्रेन की मुक्ति के लिए पहले की तरह एकजुट है।
--आईएएनएस
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