शनिवार की घटना कई घटनाओं से जुड़ी हुई हैं, जिसमें 28 अगस्त को भारत और पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद हुई हिंसा भी शामिल है। आने वाले दिनों में इलाके में पुलिस का बड़ा अभियान जारी रहेगा। लीसेस्टर स्थित फेडरेशन ऑफ मुस्लिम ऑर्गेनाइजेशन के सुलेमान नागदी ने बीबीसी को बताया, हमने सड़कों पर जो देखा है, वह बहुत ही चिंताजनक है। भारत और पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद से समुदाय में समस्याएं रही हैं और यह खेल अक्सर चिंगारी भड़काता है।
उन्होंने कहा, हमें शांत रहने की जरूरत है, अव्यवस्था को रोकना होगा और इसे अब रोकना होगा। कुछ बहुत असंतुष्ट युवा हैं जो तबाही मचा रहे हैं। हमें यह संदेश देने की जरूरत है कि यह समाप्त होना चाहिए और माता-पिता और दादा-दादी के माध्यम से अपने बेटों से बात करके ऐसा करने का प्रयास करें।
लीसेस्टर में हिंदू और जैन मंदिरों का प्रतिनिधित्व करने वाले संजीव पटेल ने कहा कि वह शनिवार की रात की अव्यवस्था से बहुत दुखी और स्तब्ध हैं। बीबीसी ने पटेल के हवाले से कहा, हम कई दशकों से शहर में सद्भाव से रहे हैं, लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में यह स्पष्ट हो गया है कि जिन चीजों से लोग नाखुश हैं, उन पर चर्चा करने की जरूरत है। हिंसा का सहारा लेना इससे निपटने का तरीका नहीं है।
उन्होंने कहा, पिछले दो हफ्तों से जो कुछ भी हो रहा है, उससे हम भयभीत हैं। हिंदू और जैन समुदाय में और अपने मुस्लिम भाइयों और बहनों और नेताओं के साथ हम लगातार शांत रहने की अपील कर रहे हैं। साथ ही लोगों को सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार से सावधान रहने की चेतावनी भी दी है। पुलिस ने कहा कि एक व्यक्ति को हिंसक अव्यवस्था की साजिश के संदेह में और दूसरे को एक ब्लेड वाली वस्तु रखने के संदेह में हिरासत में लिया गया था। वे इस समय पुलिस हिरासत में हैं।
--आईएएनएस
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