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5 जुलाई 2025: जापान में बढ़ती दहशत और रियो तात्सुकी की भविष्यवाणी का खौफ

जापान, जो पहले से ही प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से दुनिया के सबसे संवेदनशील देशों में से एक है, इन दिनों 5 जुलाई 2025 को लेकर बेहद चिंतित है। इस डर का कारण कोई मौसम विभाग की चेतावनी नहीं, बल्कि एक मशहूर मंगा आर्टिस्ट और भविष्यवक्ता रियो तात्सुकी की 26 साल पुरानी भविष्यवाणी है.......
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जापान, जो पहले से ही प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से दुनिया के सबसे संवेदनशील देशों में से एक है, इन दिनों 5 जुलाई 2025 को लेकर बेहद चिंतित है। इस डर का कारण कोई मौसम विभाग की चेतावनी नहीं, बल्कि एक मशहूर मंगा आर्टिस्ट और भविष्यवक्ता रियो तात्सुकी की 26 साल पुरानी भविष्यवाणी है। उन्होंने साल 1999 में अपनी किताब "The Future I Saw" में दावा किया था कि 5 जुलाई को जापान में एक भयंकर सुनामी आएगी, जो 2011 में आए तोहोकू आपदा से भी अधिक विनाशकारी होगी।

रियो तात्सुकी: जापान की बाबा वेंगा?

तात्सुकी को जापान में कई लोग "बाबा वेंगा ऑफ जापान" के नाम से जानते हैं। इसकी वजह यह है कि उन्होंने अपनी मंगा में कई ऐसी घटनाओं का उल्लेख पहले से कर दिया था, जो बाद में सच साबित हुईं। इनमें कोरोना वायरस की महामारी, राजकुमारी डायना की मौत, और 2011 का जापानी भूकंप-सुनामी प्रमुख हैं।

उनकी मंगा-आधारित भविष्यवाणियां चित्रों और संवादों के माध्यम से होती हैं, जो विशुद्ध रूप से काल्पनिक मानी जाती हैं, लेकिन तात्सुकी की कई भविष्यवाणियों के सच हो जाने के बाद अब जापान में उन्हें लेकर भय और श्रद्धा का मिश्रण देखा जा रहा है।

5 जुलाई की भविष्यवाणी और समुद्र में हलचल

तात्सुकी ने कहा था कि समुद्र के उबलने, बुलबुले उठने और कंपन सुनामी के पहले संकेत होंगे। और फिलहाल यही दृश्य टोकारा द्वीप समूह के अकुसेकिजिमा द्वीप के पास देखे जा रहे हैं। यह द्वीप एक सक्रिय ज्वालामुखीय क्षेत्र में आता है और यहाँ भूकंपों की तीव्रता और आवृत्ति में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है।

21 जून से 1 जुलाई 2025 तक इस छोटे से द्वीप क्षेत्र में 736 भूकंप दर्ज किए गए, जिनमें से 50 से अधिक झटके महसूस किए जाने योग्य थे। जापान की 7 पॉइंट स्केल पर इनमें से कई भूकंप 3 से 5 तीव्रता के बीच थे, जिससे स्थानीय आबादी और प्रशासन में गहरी चिंता फैल गई है।

जनता में दहशत और सतर्कता

तात्सुकी की भविष्यवाणी के चलते पूरे जापान में जनता की मनोस्थिति पर गहरा असर पड़ा है। खासकर तटीय क्षेत्रों में लोग यात्रा योजनाएं रद्द कर रहे हैं, होटल बुकिंग और फ्लाइट्स कैंसल हो रही हैं। अकुसेकिजिमा गांव के एक 60 वर्षीय निवासी इसामु सकामोटो ने बताया, "अब तो लगता है कि जमीन हमेशा हिलती रहती है। घर से बाहर जाने में डर लगता है।"

स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव दलों को स्टैंडबाय मोड पर रखा है और इमारतों की संरचनात्मक समीक्षा की जा रही है।

क्या कहता है विज्ञान?

जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (JMA) ने अब तक कोई आधिकारिक सुनामी चेतावनी जारी नहीं की है, लेकिन उन्होंने यह स्वीकार किया है कि भूकंप गतिविधियों में अप्रत्याशित तेजी आई है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इतने कम समय में इतने अधिक भूकंप किसी बड़े झटके या ज्वालामुखीय विस्फोट का संकेत हो सकते हैं। तात्सुकी की भविष्यवाणी को भले ही वैज्ञानिक आधार पर कल्पना माना जाए, लेकिन भौगोलिक संकेत और जनता की सतर्कता इस बार उसकी गंभीरता को बल दे रही हैं।

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