'भाड़ में जाए तहज़ीब....' आम लूटने के लिए बेकाबू हुई भीड़ ने डूबा दिया लखनऊ का नाम, वायरल VIDEO देख फटी रह जाएंगी आंखें
सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें आम महोत्सव के समापन पर लोग आम लूटने के लिए इस कदर बेकाबू हो गए कि चंद मिनटों में ही टेबल पर रखे आम साफ हो गए। लखनऊ को तहजीब का शहर कहा जाता है, जहां लोग हर चीज में तहजीब दिखाते हैं। लेकिन लखनवी नवाबों के इस शहर में लोगों ने तहजीब को हवा में उड़ा दिया और आम लूटने में पूरी ताकत लगा दी। जिसके हाथ जितने आम आए, वो लेकर चला गया. लूट इतनी ज्यादा थी कि लोगों के हाथ में जो कुछ भी आया, उसमें आम भरने लगे और चंद मिनटों में प्रदर्शनी के लिए रखे सारे आम गायब हो गए. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि लोग थैलों, दुपट्टों और कपड़ों में आम भरकर ले जाते नजर आ रहे हैं।
लखनऊ में लगे आम महोत्सव के आखिरी दिन तो आम लूट कर जनता ख़ास हो गई pic.twitter.com/PhOrfQtu2w
— पंकज झा (@pankajjha_) July 6, 2025
क्यों हुई लूट?
वीडियो लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में आयोजित मैंगो फेस्टिवल का बताया जा रहा है. 3 से 6 जुलाई तक आयोजित इस तीन दिवसीय आम महोत्सव का रविवार को समापन हो गया. लेकिन यह समापन जबरदस्त अव्यवस्था और हंगामे के साथ हुआ. घटना के समय मौजूद लोगों का कहना है कि समापन समारोह के दौरान मंच से पुरस्कार वितरण की घोषणा को कई लोगों ने 'आम वितरण' समझ लिया, जिसके बाद भीड़ ने स्टॉल पर हमला बोल दिया। देखते ही देखते प्रदर्शनी स्थल पर अफरा-तफरी मच गई और कुछ ही मिनटों में स्टॉल खाली हो गए। आयोजकों और सुरक्षाकर्मियों की कमी के कारण स्थिति को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।
जो सरकार करे आम आदमी की लूट !
— 𝘼𝙙𝙫 𝘼𝙉𝙄𝙇 𝙋𝘼𝙇 (@AnilPalAdv) July 6, 2025
फ़िर लोग आम महोत्सव में पड़े टूट !!#Lucknow pic.twitter.com/3BeVH7fbRd
सबने बहती गंगा में सफाई की
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में दिख रहा है कि पुरुष, महिलाएं और यहां तक कि बच्चे भी थैलों, दुपट्टों और शॉल में आम भरकर ले जा रहे हैं। लोग इन वीडियो पर कमेंट कर अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं। वहीं एक यूजर ने वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा, "इस देश में लूटपाट कोई अपराध नहीं है, यह तो डीएनए में है। बस मौका मिलना चाहिए, चाहे आम हो या सिस्टम, कोई नहीं बख्शा जाता।" वहीं एक अन्य यूजर ने इसे तहजीब की नगरी की संस्कृति पर दाग लगाने वाली घटना बताया।

