'डॉक्टर साहब इसी ने काटा है....' थैली में सांप को लेकर अस्पताल में पहुंचा युवक मच गया हड़कंप, देखिये वायरल VIDEO
कहते हैं कि जब मुसीबत आती है, तो इंसान की असली हिम्मत और समझदारी की पहचान होती है। राजस्थान के उदयपुर ज़िले के खांजीपीर इलाके में कुछ ऐसा ही हुआ, जिसने लोगों को हैरान कर दिया और उस शख्स की समझदारी को सलाम करने पर मजबूर कर दिया। घटना सोमवार शाम की है, जब एक युवक खेतों की ओर जा रहा था और अचानक उसे साँप ने डस लिया। ऐसे में ज़्यादातर लोग डर जाते हैं, लेकिन इस युवक ने जो किया वो किसी फ़िल्मी सीन से कम नहीं है।
"इसी ने मुझे काटा है, जल्दी इलाज कीजिए...
— Prabhakar Kumar (@prabhakarjourno) July 15, 2025
"उदयपुर के खांजीपीर इलाके में एक शख्स को सांप ने काट लिया। लेकिन डरने की बजाय वो बहादुरी दिखाते हुए सांप को थैली में डालकर सीधे अस्पताल पहुंचा और डॉक्टरों से बोला — "इसी ने काटा है, जल्दी इलाज कीजिए।
"डॉक्टरों ने फौरन एंटी वेनम देकर… pic.twitter.com/XrQXNsxGUA
उदयपुर का असली हीरो
उस शख्स ने न तो तंत्र-मंत्र का सहारा लिया, न ही डर दिखाया, बल्कि बड़ी सावधानी से साँप को पकड़कर एक थैले में बंद कर लिया और सीधा राजकीय महाराणा भूपाल चिकित्सालय की इमरजेंसी में पहुँचा। डॉक्टरों के सामने पहुँचते ही उसने थैला दिखाया और कहा, डॉक्टर साहब, यही वो है जिसने मुझे काटा है, अब आप इसका इलाज कीजिए। डॉक्टर पहले तो हैरान हुए, लेकिन तुरंत स्थिति को समझते हुए युवक को एंटी-वेनम इंजेक्शन देकर इलाज शुरू कर दिया। राहत की बात यह रही कि युवक समय पर पहुँच गया था, जिससे उसकी जान बच गई।
यही वो है जिसने मुझे काटा है, साहब... जल्दी से इलाज कर दीजिए
अस्पताल स्टाफ का कहना है कि यह अपनी तरह का पहला मामला है, जब कोई मरीज़ खुद अपने 'हमलावर' को पकड़कर लाया हो। आमतौर पर लोग यह नहीं बता पाते कि उन्हें किस तरह के साँप ने काटा है, जिससे सही दवा तय करने में देरी हो जाती है। लेकिन इस मामले में युवक की समझदारी ने डॉक्टरों का काम आसान कर दिया। इलाज के बाद युवक ने बताया कि उसे साँपों और जंगल की आदतों के बारे में थोड़ा-बहुत पता है, इसलिए वह घबराया नहीं। बाद में उसने साँप को वन विभाग की टीम को सौंप दिया, ताकि उसे जंगल में सुरक्षित छोड़ा जा सके। यह घटना एक स्पष्ट संदेश देती है। डर और अंधविश्वास नहीं, बल्कि समझदारी और विज्ञान ही असली रास्ता है। अगर हर कोई ऐसा सोचकर काम करे, तो हज़ारों लोगों की जान बचाई जा सकती है।

