सावन के दूसरे सोमवार पर उमड़ा शिवभक्तों का सैलाब, वायरल क्लिप में देखे देशभर के मंदिरों में गूंजे हर-हर महादेव के जयकारे
सावन माह का दूसरा सोमवार शिवभक्तों के लिए आस्था, श्रद्धा और दिव्यता से परिपूर्ण दिन बनकर उभरा। देशभर में भगवान शिव के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भोलेनाथ के जयकारों से मंदिर प्रांगण ही नहीं, बल्कि पूरे वातावरण में एक आध्यात्मिक ऊर्जा महसूस की गई। हर तरफ "हर-हर महादेव", "बम-बम भोले" की गूंज सुनाई दी, जिससे शिवभक्ति की अपार शक्ति का एहसास हुआ।सुबह तड़के ही श्रद्धालु मंदिरों की ओर कावड़ लेकर निकल पड़े। कई जगहों पर भक्तों ने गंगा जल से अभिषेक करने की परंपरा निभाई। मंदिरों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं, जहाँ भक्त फूल, बेलपत्र, धतूरा, भांग और गंगाजल लेकर भगवान शिव को अर्पित कर रहे थे। विशेष रूप से उत्तर भारत के काशी विश्वनाथ (वाराणसी), महाकालेश्वर (उज्जैन), केदारनाथ (उत्तराखंड), त्र्यंबकेश्वर (महाराष्ट्र) और ओंकारेश्वर जैसे प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
भक्तों की आस्था के आगे मौसम भी झुका
बारिश और उमस भी भक्तों की आस्था के आगे टिक नहीं सकी। सावन के सोमवार को व्रत रखने वाले व्रती सूर्योदय से पहले स्नान कर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना में लीन हो गए। कई स्थानों पर विशेष रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप और शिवलिंग पर पंचामृत अभिषेक की व्यवस्था की गई थी। भक्तों ने पूरे दिन उपवास रखा और शाम को मंदिरों में आरती में भाग लिया।
कावड़ यात्रा ने ली तीव्रता
सावन के दूसरे सोमवार के अवसर पर कावड़ यात्रा ने भी तेज रफ्तार पकड़ी। दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों में लाखों कावड़िए गंगा से जल भरकर शिवधामों की ओर बढ़ते नजर आए। जगह-जगह प्रशासन द्वारा कावड़ियों के लिए रिफ्रेशमेंट स्टॉल, मेडिकल कैंप और विश्राम स्थल बनाए गए। पुलिस-प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क रहा ताकि भीड़ के दौरान कोई अव्यवस्था न हो।
महिलाओं और युवाओं की बढ़ती भागीदारी
इस बार खास बात यह रही कि बड़ी संख्या में महिलाएं और युवा शिवभक्ति में आगे आए। कई कॉलेज छात्राओं और युवकों ने व्रत रखकर शिवजी का पूजन किया। सोशल मीडिया पर भी भक्तों ने भगवान शिव के भजन, मंत्र और भक्ति गीतों के जरिए सावन की महिमा का प्रचार किया। इंस्टाग्राम और फेसबुक पर शिवभक्तों की भक्ति झलकती तस्वीरें और वीडियोज वायरल हो रहे हैं।
मंदिरों में विशेष आयोजन
कई प्रमुख मंदिरों में विशेष सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। कहीं शिव तांडव स्तोत्र का सस्वर पाठ हुआ, तो कहीं भक्तों ने भगवान शिव की बारात निकालकर धार्मिक झांकियां प्रस्तुत कीं। वाराणसी, उज्जैन, पटना और भोपाल जैसे शहरों में भव्य शोभायात्राएं निकाली गईं। भक्तों ने सड़कों पर हर-हर महादेव के नारों के साथ नृत्य करते हुए शिव की भक्ति में रंग बिखेरे।
सावन में शिव आराधना का महत्व
हिंदू धर्म में सावन मास को भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है। मान्यता है कि इस माह में सोमवार को व्रत करने और विधिपूर्वक शिवलिंग का पूजन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। अविवाहित युवतियां अच्छे जीवनसाथी की प्राप्ति के लिए और दांपत्य जीवन में सुख-शांति के लिए महिलाएं इस दिन विशेष रूप से व्रत करती हैं।

