Jakarta एयरपोर्ट पर रनवे पर फिसला Batik Air का विमान! बाल-बाल बची सैकड़ों जानें, वायरल VIDEO देख कांप जाएगा कलेजा

इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के केसोकार्नो हट्टा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शनिवार को एक बड़ा हादसा टल गया। यहां भारी बारिश और तेज हवाओं के बीच लैंडिंग के दौरान बाटिक एयर का एक विमान (बोइंग 737, रजिस्ट्रेशन नंबर PK-LDJ) बुरी तरह डगमगाने लगा। विमान इतना झुक गया कि उसका दाहिना पंख रनवे से टकराने के काफी करीब आ गया था। लेकिन पायलट की सूझबूझ और सतर्कता के कारण विमान सही तरीके से उतर गया और सभी यात्री सुरक्षित रहे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल क्लिप में साफ देखा जा सकता है कि कैसे विमान एक तरफ झुक गया और उसका पंख लगभग जमीन को छूने वाला था। अगर जरा सी भी चूक होती तो बड़ा हादसा हो सकता था।
🚨⚡ Soekarno-Hatta International Airport in Indonesia narrowly escaped d¡saster during severe weather.
— OsintWorld 🍁 (@OsiOsint1) June 29, 2025
The pilots of a Batik Air plane briefly lost control of the aircraft during landing but were able to avert an accident at the last second.#Indonesia #Batikair #planecrash pic.twitter.com/uktWKh36ld
बाटिक एयर ने दुर्घटना पर क्या कहा?
बाटिक एयर के कॉरपोरेट संचार अधिकारी ने घटना पर बयान जारी करते हुए कहा, "उड़ान के दौरान सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया। पायलट ने स्थिति को बखूबी संभाला और विमान को सुरक्षित तरीके से उतारा गया। घटना के बाद विमान की पूरी तकनीकी जांच की गई, जिसमें कोई नुकसान नहीं पाया गया।" एक पूर्व विमानन अधिकारी ने कहा, "आज के समय में सिर्फ विमान की मजबूती ही काफी नहीं है, पायलटों को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर प्रशिक्षण और वास्तविक समय के मौसम के आंकड़ों की जरूरत होती है।"
बदलते मौसम से बढ़ रही मुश्किलें
मौसम विभाग ने बताया कि उस समय जकार्ता में तेज तूफान और भारी बारिश हो रही थी, जिसके कारण अचानक तेज क्रॉसविंड (पार्श्व हवा) ने विमान की दिशा बिगाड़ दी। विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाएं अब अक्सर हो रही हैं, क्योंकि जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम तेजी से और अप्रत्याशित रूप से बदल रहा है। भारी बारिश, तूफान और तेज हवाएं अब आम हो गई हैं, जिसके कारण पायलटों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है।
भविष्य के लिए तैयारी ज़रूरी है
इस घटना के बाद इंडोनेशिया की एविएशन एजेंसियाँ अब क्रॉसविंड लिमिट, रनवे डिज़ाइन और पायलट ट्रेनिंग पर पुनर्विचार कर रही हैं। विशेषज्ञों का सुझाव है कि अब एयरपोर्ट पर बेहतर मौसम निगरानी प्रणाली, तेज़ हवा की चेतावनी प्रणाली और रैपिड रिस्पॉन्स टीमें होनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। हालाँकि इस बार कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना साफ़ तौर पर संकेत देती है कि हवाई यात्रा में मौसम की भूमिका अब ज़्यादा गंभीर हो गई है।