नेशनल हाईवे पर खुली हवा में खाना बनाने का वीडियो हुआ वायरल, सुरक्षा और जिम्मेदारी पर उठे सवाल
सोशल मीडिया पर रोजाना हजारों वीडियो वायरल होते हैं। इनमें से कुछ मजेदार होते हैं, कुछ अजीब, और कुछ इतने हैरान कर देने वाले कि देखने वाले सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर हम कहां जा रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों इंटरनेट पर तेजी से चर्चा में है।
वायरल वीडियो में एक कपल नेशनल हाईवे के रेस्ट एरिया में खुले में गैस-चूल्हा लगाकर खाना बनाते दिख रहा है। शुरुआत में यह एक साधारण खाना बनाने की गतिविधि लग सकती है, लेकिन ध्यान देने पर यह घटना सुरक्षा और नागरिक जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल उठाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि हाईवे पर इस तरह से खाना बनाना खतरनाक हो सकता है। खुली हवा में गैस सिलेंडर का इस्तेमाल, वाहन चालकों के लिए ध्यान भटकाने वाला दृश्य, और आग लगने का खतरा, ये सभी संभावित जोखिम हैं। इसके अलावा, रेस्ट एरिया में नियमों और स्थानीय प्रावधानों का उल्लंघन भी देखा जा सकता है।
सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने भी इस वीडियो पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ दी हैं। कुछ लोग इसे मजाकिया और “इनोवेटिव” करार दे रहे हैं, जबकि अधिकतर लोग इसे लापरवाही और असुरक्षा के उदाहरण के रूप में देख रहे हैं। कई लोगों ने कहा कि सड़क पर इस तरह की गतिविधियाँ दुर्घटना का कारण बन सकती हैं और इसे रोकने की सख्त जरूरत है।
पर्यावरण और सार्वजनिक सुरक्षा विशेषज्ञों ने बताया कि हाईवे के रेस्ट एरिया में साफ-सफाई और सुरक्षा मानकों का पालन करना अनिवार्य है। खाना बनाने के लिए ऐसे खुले स्थानों का प्रयोग करना नियमों के खिलाफ है और इससे आग, दुर्घटना और स्वास्थ्य संबंधी खतरे उत्पन्न हो सकते हैं।
Civic sense is a rare luxury in India , something not everyone seems able to afford. Take this scene for example: a family has started cooking right in the middle of road , turning the area messy. Tell me honestly, is this acceptable? pic.twitter.com/Xytjpv2DlS
— The Nalanda Index (@Nalanda_index) December 8, 2025
इस वायरल वीडियो ने नागरिक जिम्मेदारी और समझदारी की याद दिलाई है। सिर्फ व्यक्तिगत सुविधा या मनोरंजन के लिए नियमों की अवहेलना करना न केवल स्वयं के लिए, बल्कि अन्य लोगों के लिए भी खतरा पैदा करता है।
वायरल वीडियो के बाद कई लोग प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि ऐसे मामलों पर निगरानी बढ़ाई जाए और लोगों को सड़क सुरक्षा और सार्वजनिक जिम्मेदारी के बारे में जागरूक किया जाए। विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले ऐसे वीडियो कभी-कभी चेतावनी के रूप में भी काम कर सकते हैं।

