Samachar Nama
×

माउंट आबू क्यों बनता जा रहा है पर्यटकों की पहली पसंद? वीडियो में जानिए इसकी वैश्विक लोकप्रियता के पीछे 7 बड़े कारण

माउंट आबू क्यों बनता जा रहा है पर्यटकों की पहली पसंद? वीडियो में जानिए इसकी वैश्विक लोकप्रियता के पीछे 7 बड़े कारण

राजस्थान की रेतीली धरती पर स्थित एकमात्र हिल स्टेशन माउंट आबू इन दिनों पर्यटकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। गर्मी के मौसम में जब अधिकांश भागों में तापमान 40 डिग्री पार कर जाता है, तब माउंट आबू की ठंडी हवाएं और हरियाली पर्यटकों को राहत का अनुभव कराती हैं। लेकिन क्या केवल मौसम ही इसकी लोकप्रियता का कारण है? नहीं, माउंट आबू की खासियतें कहीं ज्यादा गहराई लिए हुए हैं — जो न केवल सैर-सपाटे के लिहाज से बल्कि आध्यात्मिकता, संस्कृति और इतिहास के दृष्टिकोण से भी लोगों को आकर्षित करती हैं।


हरियाली और पहाड़ों की गोद में बसा सौंदर्य
माउंट आबू, अरावली पर्वतमाला में बसा एक ऐसा स्थल है जो राजस्थान की तपती भूमि पर एक स्वर्ग के समान प्रतीत होता है। यहाँ के गुरु शिखर, जो कि अरावली की सबसे ऊंची चोटी है, से सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य इतने मनमोहक होते हैं कि सैकड़ों पर्यटक हर दिन इन्हें देखने आते हैं। शहर के चारों ओर फैली हरियाली और ठंडी जलवायु पर्यटकों को एक प्राकृतिक ठहराव प्रदान करती है। यही कारण है कि परिवार, कपल्स और फोटोग्राफर्स के लिए यह डेस्टिनेशन परफेक्ट बनता जा रहा है।

नक्की झील की रोमांटिकता
माउंट आबू की सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक है नक्की झील, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के कारण प्रेमी युगलों और परिवारों की पसंदीदा जगह बन चुकी है। यहां बोटिंग का आनंद लेना, झील के किनारे टहलना या आसपास के स्ट्रीट फूड का लुत्फ उठाना एक खास अनुभव होता है। हर शाम यहाँ रौनक रहती है, और सूर्यास्त के समय झील पर पड़ती सूर्य की किरणें एक जादुई दृश्य प्रस्तुत करती हैं।

आध्यात्मिक केंद्र भी है माउंट आबू
यह हिल स्टेशन केवल मौज-मस्ती के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि यह एक महत्त्वपूर्ण धार्मिक और आध्यात्मिक केंद्र भी है। यहाँ स्थित दिलवाड़ा जैन मंदिर विश्वभर में अपनी अद्वितीय संगमरमर की नक्काशी और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है। 11वीं से 13वीं शताब्दी के बीच बने इन मंदिरों में धार्मिकता और कला का एक अद्भुत संगम देखने को मिलता है। जैन समुदाय के श्रद्धालुओं के लिए यह तीर्थ स्थल किसी स्वर्ग से कम नहीं।

ब्रह्माकुमारी आश्रम का शांति संदेश
माउंट आबू में स्थित ब्रह्माकुमारीज़ का मुख्यालय विश्वभर में प्रसिद्ध है। 'शांति वन' और 'पांडव भवन' जैसे केंद्रों पर हर साल हज़ारों साधक ध्यान और आत्मचिंतन के लिए आते हैं। ब्रह्माकुमारी संस्थान का मानना है कि आत्मा की शुद्धता से ही संसार की शांति संभव है। इस शांत वातावरण में समय बिताना हर व्यक्ति के लिए आत्मिक उन्नति और मानसिक शांति का जरिया बनता है।

एडवेंचर और ट्रैकिंग के दीवानों के लिए भी खास
जो पर्यटक रोमांच की तलाश में माउंट आबू आते हैं, उनके लिए भी यह जगह निराश नहीं करती। ट्रैकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेल वॉक और फोटोग्राफी के लिए यहाँ कई शानदार स्पॉट हैं। 'टॉड रॉक', 'हनीमून पॉइंट', 'सनसेट पॉइंट' जैसे स्थान न केवल रोमांचक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि यहाँ से दिखने वाले प्राकृतिक दृश्य भी अतुलनीय हैं।

होटल और सुविधाएं भी टूरिज्म के अनुकूल
माउंट आबू की बढ़ती लोकप्रियता के पीछे एक बड़ा कारण यहाँ की पर्यटन अनुकूल सुविधाएं और होटल इंफ्रास्ट्रक्चर भी है। हर बजट के अनुसार होटल, रिसॉर्ट्स, होम-स्टे उपलब्ध हैं। साथ ही यहाँ लोकल मार्केट्स में शॉपिंग का भी विशेष आकर्षण रहता है – राजस्थानी कपड़े, आर्टिफैक्ट्स, लकड़ी की वस्तुएं और हाथ की बनी पेंटिंग्स पर्यटकों को खूब लुभाती हैं।

फिल्मों और सोशल मीडिया का योगदान
हाल के वर्षों में कई टीवी शो, म्यूजिक वीडियो और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स ने माउंट आबू को एक खास पहचान दी है। इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर यहाँ की सुंदरता के वीडियोज़ और रील्स तेजी से वायरल होते हैं, जिससे युवा वर्ग भी इस डेस्टिनेशन की ओर आकर्षित हो रहा है।

Share this story

Tags