झालाना लेपर्ड सफारी क्यों बनती जा रही है पर्यटकों की पहली पसंद? 3 मिनट के वीडियो में जानें घूमने का बेस्ट टाइम और पूरा खर्चा
जयपुर को जब भी कोई घूमने आता है, तो आमतौर पर आमेर किला, हवा महल और सिटी पैलेस जैसे ऐतिहासिक स्थलों की बात होती है। लेकिन पिछले कुछ सालों में जयपुर की एक और जगह तेज़ी से पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हुई है — झालाना लेपर्ड सफारी (Jhalana Leopard Safari)। यह न सिर्फ राजस्थान, बल्कि भारत की चुनिंदा ऐसी जगहों में से एक है, जहां आप शहर की सीमा में रहते हुए जंगली जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं।अगर आप भी जंगल और वाइल्डलाइफ में रुचि रखते हैं और सोच रहे हैं कि झालाना लेपर्ड सफारी घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है, यहां टिकट कितने का है और इसे क्यों देखा जाना चाहिए — तो इस लेख में हम आपके सभी सवालों के जवाब विस्तार से देंगे।
झालाना लेपर्ड सफारी की खास बात
झालाना सफारी, जयपुर शहर के बिलकुल करीब स्थित है और यह खासतौर पर लेपर्ड्स (तेंदुए) की प्राकृतिक मौजूदगी के लिए जानी जाती है। यहां करीब 30 से ज्यादा लेपर्ड्स हैं, जिनमें कुछ मादा और उनके बच्चे भी शामिल हैं। खास बात यह है कि जंगल ज्यादा घना नहीं है, जिससे तेंदुए देखने की संभावना यहां अन्य नेशनल पार्क्स की तुलना में काफी ज्यादा रहती है।यह सफारी सिर्फ लेपर्ड्स तक ही सीमित नहीं है। यहां आपको कई अन्य जानवर और पक्षी भी देखने को मिलते हैं, जैसे —सियार, नेवला, नीलगाय, मोर, मुर्गा, जंगली बिल्लीऔर खासतौर पर सर्दियों में प्रवासी पक्षी जो पक्षी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है।
घूमने का सबसे अच्छा समय
वैसे तो झालाना सफारी साल भर खुली रहती है, लेकिन अगर आप लेपर्ड्स और अन्य वन्य जीवों को देखने का सबसे अच्छा मौका चाहते हैं, तो नीचे दिए गए महीनों पर ध्यान दें:
अक्टूबर से मार्च
यह समय सबसे ज्यादा उपयुक्त माना जाता है क्योंकि सर्दी का मौसम होता है, धूप मध्यम होती है और जंगल हरा-भरा दिखाई देता है।साथ ही यह प्रवासी पक्षियों का भी समय होता है, जिससे पक्षी प्रेमियों के लिए यह समय और भी खास हो जाता है।सफारी सुबह और शाम दोनों समय होती है, लेकिन ठंड में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय जंगली जानवरों की गतिविधि ज्यादा होती है।
अप्रैल से जून (गर्मी के महीने)
अगर आप केवल लेपर्ड स्पॉटिंग के उद्देश्य से जा रहे हैं, तो गर्मियों में सुबह की सफारी अधिक फलदायक हो सकती है।इन महीनों में जानवर पानी की तलाश में अधिक बाहर निकलते हैं, जिससे उन्हें देख पाना आसान हो जाता है।लेकिन इस समय धूप और गर्मी से परेशानी हो सकती है, इसलिए हैट, पानी की बोतल और सनस्क्रीन साथ ले जाना जरूरी है।
मानसून (जुलाई से सितंबर)
बारिश के मौसम में जंगल हरा-भरा और ताजगी से भरा होता है, लेकिन कई बार सफारी अस्थायी रूप से बंद भी हो सकती है।रास्ते गीले और फिसलन भरे हो सकते हैं, जिससे सफारी थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है। हालांकि दृश्यता अच्छी होती है और वातावरण बेहद सुहावना होता है।
झालाना लेपर्ड सफारी का टिकट और किराया
झालाना सफारी के टिकट की कीमत सरकारी स्तर पर तय की जाती है और समय-समय पर इसमें बदलाव भी होते हैं। यहां सफारी दो स्लॉट्स में होती है:
सुबह का स्लॉट:
समय: लगभग सुबह 6:15 बजे से 8:45 बजे तक (मौसम के अनुसार थोड़ा अंतर हो सकता है)
शाम का स्लॉट:
समय: लगभग शाम 3:45 बजे से 6:15 बजे तक
टिकट की कीमतें (भारतीय नागरिकों के लिए):
प्रति व्यक्ति सफारी टिकट: ₹350
जीप रेंट (6 सीटर): ₹2,000 – ₹2,500
गाइड फीस और एंट्री चार्ज मिलाकर कुल खर्च: ₹2,500 से ₹3,500 प्रति सफारी (6 लोगों के लिए)
विदेशी पर्यटकों के लिए:
टिकट की कीमत ₹700 से ₹1,000 प्रति व्यक्ति हो सकती है।
पूरा पैकेज ₹4,000 तक जा सकता है, जिसमें गाइड, जीप और परमिट शामिल होते हैं।
ध्यान दें: सफारी के टिकट ऑनलाइन और ऑन-स्पॉट दोनों तरीके से बुक किए जा सकते हैं। लेकिन पर्यटकों की संख्या सीमित होती है, इसलिए पहले से बुकिंग कराना बेहतर विकल्प होता है।
कैसे पहुंचें झालाना?
लोकेशन: झालाना सफारी पार्क, मालवीय नगर, जयपुर
जयपुर रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से दूरी: लगभग 10-12 किमी
एयरपोर्ट से दूरी: सिर्फ 5 किमी के भीतर
यहां आसानी से टैक्सी, ऑटो या कैब के ज़रिए पहुंचा जा सकता है।
पर्यटकों के लिए खास सुझाव
कैजुअल और हल्के कपड़े पहनें (जंगल के रंग जैसे खाकी, हरा, भूरा)
तेज परफ्यूम या चमकीले कपड़े न पहनें
कैमरा जरूर लेकर जाएं (कैमरा चार्ज अलग हो सकता है)
बच्चों के साथ जा रहे हैं तो ध्यान रखें कि वे शोर न मचाएं
सफारी के नियमों का पालन करें और प्रकृति का सम्मान करें
झालाना लेपर्ड सफारी जयपुर के दिल में स्थित एक रोमांचक और अनोखा अनुभव है। अगर आप शहर की चहल-पहल से कुछ घंटों की दूरी पर वन्य जीवन की सैर करना चाहते हैं, तो इससे बेहतर जगह शायद ही मिले। सही समय, थोड़ी सी योजना और रोमांच के प्रति उत्साह के साथ आप इस सफारी को जीवन भर की यादगार यात्रा में बदल सकते हैं।

