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जैन धर्म के तीर्थंकर के दर्शन और आशीर्वाद हेतु बिहार की इन जगहों की करें यात्रा

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ट्रेवल न्यूज़ डेस्क, इतिहास के पन्ने पलटने पर ज्ञात होता है कि जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी हर्यंक वंश के समकालीन थे। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी का जन्म 599 ईसा पूर्व में वैशाली गणराज्य के कुंडाग्राम में हुआ था। उनके पिता का नाम सिद्धार्थ था, जो इक्ष्वाकु वंश के एक क्षत्रिय राजा थे। वहीं माता का नाम त्रिशला था। हालांकि, जैन धर्म की तिथि के संबंध में इतिहासकारों में मतभेद है।

नालंदा, पावापुरी

पावापुरी जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक बहुत ही पवित्र धार्मिक स्थल है। यह स्थान बोधगया, अयोध्या, बेथलहम और मक्का मदीना के समकक्ष है। जैन धर्म के गुरुओं के अनुसार, महावीर स्वामी ने पावापुरी में मोक्ष प्राप्त किया। पावापुरी में एक जल मंदिर है, जो बहुत ही सुंदर है। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर के दर्शन और आशीर्वाद लेने के लिए आपको नालंदा अवश्य जाना चाहिए।

बांका, बिहार

अगर आप तीर्थ यात्रा पर जाने की योजना बना रहे हैं तो बिहार के बांका जिले में स्थित मदरांचल की यात्रा जरूर करें। इस पहाड़ की चोटी पर एक जैन मंदिर है। तीर्थंकर के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में जैन धर्म के अनुयायी मंदार आते हैं। इसके अलावा बौंसी के आसपास भी कई जैन मंदिर हैं। आप बौंसी भी जा सकते हैं। जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य स्वामी ने यहां ज्ञान प्राप्त किया था।

वैशाली

यह जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी की जन्मस्थली है। इसके लिए जैन धर्म के अनुयायी वैशाली जरूर जाते हैं। अगर आप भी तीर्थ यात्रा पर जाने का प्लान बना रहे हैं तो वैशाली जरूर जाएं। महात्मा बुद्ध तीन बार वैशाली आए। वैशाली स्थित कुंडाग्राम में जैन धर्म के 24 तीर्थंकर महावीर स्वामी का भव्य मंदिर है। तीर्थंकर स्वामी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

चंपापुरी

जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य स्वामी का जन्म भागलपुर के चंपावती में हुआ था। वहीं, ज्ञान मंदार में हुआ। जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर के दर्शन के लिए आप भागलपुर स्थित चंपापुरी जा सकते हैं। बड़ी संख्या में पर्यटक चंपापुरी भगवान वासुपूज्य के दर्शन करने चंपापुरी आते हैं।

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