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राजसी ठाट-बाट और शौर्यगाथा की मिसाल Udaipur City Palace, वीडियो में जाने वो खूबियां जो इसे बनाती है मेवाड़ का सबसे दर्शनीय स्थल 

राजसी ठाट-बाट और शौर्यगाथा की मिसाल Udaipur City Palace, वीडियो में जाने वो खूबियां जो इसे बनाती है मेवाड़ का सबसे दर्शनीय स्थल 

राजस्थान की झीलों की नगरी उदयपुर को विश्वभर में उसके राजसी इतिहास, वास्तुशिल्प और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए जाना जाता है। इस शहर का सबसे भव्य और दर्शनीय स्थल है – सिटी पैलेस, जो न केवल मेवाड़ राजवंश की गौरवशाली गाथा को संजोए हुए है, बल्कि भारतीय स्थापत्य कला का एक बेजोड़ उदाहरण भी है। यह महल अपनी विशालता, कलात्मकता और अद्वितीय स्थापत्य शैली के कारण उदयपुर आने वाले हर पर्यटक की पहली पसंद बना हुआ है।


सिटी पैलेस का इतिहास: मेवाड़ की विरासत की जीवित झलक
सिटी पैलेस का निर्माण 1559 में महाराणा उदय सिंह द्वितीय द्वारा शुरू किया गया था, जब उन्होंने उदयपुर शहर की स्थापना की। इस महल का निर्माण कई पीढ़ियों तक चला, और लगभग 400 वर्षों तक विभिन्न महाराणाओं द्वारा इसमें नए खंड जोड़े जाते रहे। यही कारण है कि सिटी पैलेस में आपको मुगल, राजपूत और यूरोपीय वास्तुकला की मिश्रित झलक देखने को मिलती है।यह महल पिछोला झील के किनारे स्थित है और शहर के केंद्र में स्थित यह इमारत लगभग 244 मीटर लंबी और 30.4 मीटर ऊँची है। इसमें 11 प्रमुख महल, आंगन, गलियारे, चित्रित कक्ष और छतें हैं, जो सभी आपस में जुड़े हुए हैं।

राजसी भव्यता और कला का संगम

सिटी पैलेस की दीवारें और खंभे जटिल नक्काशी, रंगीन कांच की खिड़कियों और सुंदर भित्ति चित्रों से सुसज्जित हैं। इस महल में ‘मोती महल’, ‘शीश महल’, ‘दिलखुश महल’, ‘कृष्णा विलास’ और ‘ज़नाना महल’ जैसे अनेकों भवन शामिल हैं, जिनकी अपनी अलग पहचान है।महल के भीतर बने संग्रहालय में मेवाड़ राजाओं की पोशाकें, अस्त्र-शस्त्र, पेंटिंग्स और अन्य ऐतिहासिक धरोहरों का सुंदर संग्रह देखने को मिलता है। यह संग्रहालय मेवाड़ की बहादुरी, परंपरा और सांस्कृतिक समृद्धि को जीवंत करता है।

पिछोला झील और सूर्यास्त का रोमांच

सिटी पैलेस की सुंदरता को और भी आकर्षक बनाती है पिछोला झील, जो महल के बिल्कुल पास है। सूर्यास्त के समय झील की लहरों पर महल की परछाई एक स्वप्निल दृश्य प्रस्तुत करती है। यहां से जग मंदिर और लेक पैलेस का नज़ारा भी लिया जा सकता है, जो एक फोटोग्राफर के लिए स्वर्ग समान है।

पर्यटन के लिए प्रमुख केंद्र

हर साल लाखों देशी-विदेशी पर्यटक सिटी पैलेस देखने आते हैं। यहां गाइडेड टूर, साउंड एंड लाइट शो और विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियाँ भी आयोजित की जाती हैं, जो महल को केवल एक ऐतिहासिक स्थल नहीं, बल्कि जीवंत अनुभव बना देती हैं।यह स्थान बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग का भी प्रिय स्थल रहा है। ‘गाइड’, ‘गोलियों की रासलीला राम-लीला’ जैसी फिल्मों में सिटी पैलेस की भव्यता को बखूबी दिखाया गया है।

संरक्षण और आज की भूमिका

आज भी मेवाड़ राजवंश के वंशज इस महल के एक हिस्से में रहते हैं, जबकि महल का बड़ा भाग संग्रहालय और होटल में परिवर्तित कर दिया गया है। यह राजपरिवार और निजी ट्रस्ट द्वारा संरक्षित है, और इसने न केवल ऐतिहासिक धरोहर को बचाए रखा है, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा दिया है।

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