वीडियो में देखे उदयपुर के 10 प्रसिद्ध मन्दिर जिनके दर्शन के बिना अधूरी है लेकसिटी की यात्रा, वास्तुकला और आध्यात्म का है अनोखा उदाहरण
राजस्थान का खूबसूरत शहर उदयपुर, जहां झीलों की सुंदरता और महलों की भव्यता देखने को मिलती है, वहीं इसकी धार्मिक और आध्यात्मिक धरोहर भी उतनी ही समृद्ध है। यह शहर न सिर्फ एक पर्यटन स्थल है, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए भी एक आध्यात्मिक तीर्थ है। यहां मौजूद सैकड़ों मंदिरों में से कई मंदिर ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यदि आप उदयपुर घूमने की योजना बना रहे हैं, तो इन 10 प्रसिद्ध मंदिरों को अपनी सूची में ज़रूर शामिल करें:
1. जगदीश मंदिर
उदयपुर के दिल यानी सिटी पैलेस के पास स्थित जगदीश मंदिर शहर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। यह भव्य मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है और 1651 में महाराणा जगत सिंह द्वारा बनवाया गया था। इसमें 32 सीढ़ियां और उत्कृष्ट शिल्पकला देखने को मिलती है। मंदिर की वास्तुकला इंदो-आर्यन शैली में बनी है और श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए देश-विदेश से आते हैं।
2. एकलिंगजी मंदिर
उदयपुर से लगभग 22 किलोमीटर दूर कैलाशपुरी गांव में स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। एकलिंगजी को मेवाड़ के राजघराने का कुलदेवता माना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 734 ईस्वी में बप्पा रावल ने करवाया था और यह एक विशाल मंदिर परिसर है जिसमें 108 छोटे-बड़े मंदिर हैं। शिवरात्रि और सोमवार को यहां विशेष भीड़ होती है।
3. नाथद्वारा श्रीनाथजी मंदिर
उदयपुर से करीब 48 किमी दूर स्थित नाथद्वारा का श्रीनाथजी मंदिर भगवान कृष्ण के बालरूप को समर्पित है। यह मंदिर खासतौर पर वैष्णव संप्रदाय के भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र स्थल है। यहां भगवान कृष्ण की ‘गोवर्धनधारी’ स्वरूप में पूजा होती है। अन्नकूट और जन्माष्टमी पर हजारों श्रद्धालु यहां जुटते हैं।
4. करणी माता मंदिर
मचला मगरा पहाड़ी पर बना यह मंदिर देवी करणी माता को समर्पित है, जिन्हें स्थानीय रूप से एक अवतारी देवी के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर पर्यटकों के बीच भी लोकप्रिय है क्योंकि यहां से उदयपुर का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है। रोपवे से मंदिर तक पहुंचना एक अलग ही अनुभव देता है।
5. नीमच माता मंदिर
फतेहसागर झील के पास एक पहाड़ी पर स्थित यह मंदिर भी मां दुर्गा के एक रूप ‘नीमच माता’ को समर्पित है। यहां तक पहुंचने के लिए थोड़ी चढ़ाई करनी पड़ती है, लेकिन ऊपर से झील और शहर का नजारा अत्यंत मनमोहक होता है। नवरात्रि में यहां विशेष पूजा अर्चना की जाती है।
6. महाकालेश्वर मंदिर
यह मंदिर भी भगवान शिव को समर्पित है और खास बात यह है कि इसे उज्जैन के महाकाल मंदिर की तरह बनाया गया है। फतेहसागर झील के पास स्थित इस मंदिर की वास्तुकला और शांत वातावरण श्रद्धालुओं को गहराई से आकर्षित करता है।
7. बोहरा गणेश मंदिर
उदयपुर शहर के भीतर स्थित यह मंदिर भगवान गणेश को समर्पित है और कहा जाता है कि यहां की गणेश प्रतिमा चमत्कारी है। बुधवार और गणेश चतुर्थी को यहां भक्तों की भारी भीड़ रहती है। यह मंदिर विशेष रूप से विद्यार्थियों और व्यापारियों में लोकप्रिय है।
8. गुलाब बाग मंदिर (लक्ष्मी नारायण मंदिर)
गुलाब बाग के अंदर स्थित यह सुंदर मंदिर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित है। यहां का शांत वातावरण, हरियाली और स्थापत्य इसे एक आदर्श ध्यान स्थल बनाता है। परिवार संग शांतिपूर्ण पूजा-अर्चना के लिए यह मंदिर बहुत उपयुक्त है।
9. साहेलियों की बाड़ी मंदिर परिसर
हालांकि साहेलियों की बाड़ी अपने बाग-बगिचों और फव्वारों के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यहां एक छोटा सा मंदिर परिसर भी है, जहां पर्यटक शांति से बैठकर ध्यान कर सकते हैं। यह स्थान विशेष रूप से महिलाओं के लिए ध्यान और भक्ति का केन्द्र बनता जा रहा है।
10. शिल्पग्राम मंदिर
उदयपुर के शिल्पग्राम क्षेत्र में स्थित यह मंदिर लोक कला और संस्कृति के साथ आध्यात्मिकता का अनोखा संगम है। यह मंदिर भले छोटा हो, लेकिन यहां की मूर्तियां, संगीत और लोक परंपरा का अद्भुत मिश्रण लोगों को एक विशेष अनुभव प्रदान करता है।

