राजस्थान का इकलौता हिल स्टेशन! Mount Abu में सनसेट और सनराइज देखने दूर-दूर से आते है सैलानी, VIDEO में नजारा देख आप भी बना लेंगे घूमने का मन

राजस्थान को जब हम सुनते हैं, तो ज़ेहन में तपता रेगिस्तान, सुनहरी रेत की लहरें और दूर-दूर तक फैली गर्म हवाएं उभरती हैं। लेकिन इन्हीं तपते रेगिस्तानी प्रदेशों के बीच एक ऐसी हरी-भरी, ठंडी और सुंदर जगह भी बसी है जो प्रकृति का वरदान कही जाती है — माउंट आबू। यह राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है, जो अरावली पर्वतमाला की गोद में बसा है और हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी नैसर्गिक सुंदरता, ठंडी जलवायु और अद्भुत सनसेट-सनराइज व्यू के कारण आकर्षित करता है।
रेगिस्तान में बसा एकमात्र हिल स्टेशन
माउंट आबू, राजस्थान के सिरोही ज़िले में स्थित है और समुद्र तल से लगभग 1,220 मीटर की ऊंचाई पर बसा हुआ है। यह स्थान राजस्थान के गर्म और शुष्क वातावरण से एकदम अलग है। यहाँ की जलवायु ठंडी और सुहावनी रहती है, जो इसे न केवल स्थानीय लोगों बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों के लिए भी एक आदर्श हिल स्टेशन बनाती है। यही कारण है कि राजस्थान के गर्म प्रदेशों के बीच बसे इस ठंडे स्वर्ग को 'राजस्थान का शिमला' भी कहा जाता है।
सूर्यास्त और सूर्योदय का मंत्रमुग्ध कर देने वाला नजारा
माउंट आबू की सबसे प्रसिद्ध विशेषताओं में से एक है यहाँ का सनसेट और सनराइज पॉइंट। सूरज के डूबने और उगने के दौरान आसमान की बदलती रंगत, पहाड़ियों पर पड़ती रोशनी और घाटियों में बिखरता सुनहरा प्रकाश एक ऐसा दृश्य रचते हैं, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से सैलानी खिंचे चले आते हैं।सनसेट पॉइंट, माउंट आबू का प्रमुख आकर्षण है। शाम होते ही यहां लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है। पहाड़ की चोटी से सूरज को धीरे-धीरे क्षितिज में समाते देखना एक ऐसा अनुभव है जो हर पर्यटक के दिल में बस जाता है।वहीं, सनराइज पॉइंट से सुबह की पहली किरणें जब पर्वतों की चोटियों को छूती हैं, तो पूरा वातावरण एक दिव्य आभा में नहा जाता है। यह दृश्य विशेषकर उन लोगों के लिए बेहद आकर्षक होता है जो प्रकृति से प्रेम करते हैं और जीवन में शांति के कुछ पल तलाशते हैं।
पर्यावरण, इतिहास और आध्यात्म का अद्भुत संगम
माउंट आबू सिर्फ एक प्राकृतिक हिल स्टेशन ही नहीं है, यह ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। यहां स्थित दिलवाड़ा जैन मंदिर विश्व प्रसिद्ध हैं, जो अपनी उत्कृष्ट नक्काशी, सफेद संगमरमर की मूर्तियों और वास्तुकला के लिए जाने जाते हैं। यह मंदिर 11वीं से 13वीं सदी के बीच बने थे और जैन तीर्थयात्रियों के लिए अत्यंत पवित्र स्थल माने जाते हैं।इसके अलावा गुरु शिखर, जो माउंट आबू की सबसे ऊँची चोटी है, वहाँ से पूरे अरावली क्षेत्र का नज़ारा बेहद मनमोहक होता है। साथ ही यहां स्थित ब्रह्माकुमारी आश्रम आध्यात्मिक साधना का प्रमुख केंद्र है, जहां शांति और ध्यान के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं।
रोमांच और प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श स्थल
प्रकृति प्रेमियों और साहसिक खेलों के शौकीनों के लिए भी माउंट आबू एक आदर्श स्थान है। यहाँ नक्की झील में बोटिंग, ट्रेकिंग ट्रेल्स, वाइल्डलाइफ सेंचुरी में घूमना और टॉड रॉक जैसी अनोखी प्राकृतिक संरचनाएं देखने का अवसर मिलता है।माउंट आबू वाइल्डलाइफ सेंचुरी में कई दुर्लभ वनस्पतियां, पक्षी और जानवर पाए जाते हैं। गर्मियों में यहाँ का मौसम काफी सुहावना रहता है, और सर्दियों में तो यहाँ की सुंदरता और भी निखर जाती है।