राजाओं की शान और गुप्त सुरंगों का रहस्य, वीडियो में जानिए आमेर किले से जुड़े 10 अनसुने और हैरान कर देने वाले तथ्य

आमेर किले की स्थापना 967 ई. में राजस्थान के चंद्रवंश साम्राज्य के राजा आलन सिंह ने की थी। इस किले को देखने के लिए दुनिया भर से लोग आते हैं। यह किला बेहद खूबसूरत और प्रसिद्ध है। किले में कई दर्शनीय स्थल, दरवाजे और तालाब हैं। आमेर की दीवारों की खास बात यह है कि वे लाल पत्थर और बेहद खूबसूरत संगमरमर से बनी हैं। और किले में शीश महल, ओट जय मंदिर और सुख निवास जैसी कई चीजें बनी हुई हैं। सुख निवास की खासियत यह है कि यहां आप हमेशा खुद को प्रकृति से जुड़ा हुआ महसूस कर सकते हैं। सुख निवास में आपको हमेशा ताजी और खुली हवा का एहसास होगा। आपको बता दें कि 2013 में कोलंबिया में 37वीं विश्व धरोहर बैठक में आमेर किले के साथ-साथ राजस्थान के पांच और किलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया गया है।
अब जानिए किले के बारे में कुछ रोचक तथ्य
आमेर किले की आंतरिक खूबसूरती में महल में बना शीश महल सबसे बड़ा आकर्षण है।
इस किले का निर्माण 1558 में राजा मान सिंह प्रथम ने शुरू करवाया था।
अगर आमेर किले के नामकरण की बात करें तो इसका नाम अंबा माता के नाम पर रखा गया था, जिन्हें मीनाओं की देवी भी कहा जाता है।
इस किले का निर्माण सफेद और लाल संगमरमर के पत्थरों को मिलाकर किया गया है। जो देखने में बेहद खूबसूरत लगते हैं।
राजपूतों के सभी महलों और किलों में से आमेर का किला सबसे खूबसूरत और रोमांचक माना जाता है।
आमेर शहर भी इस महल का अभिन्न अंग है और इसका एक प्रवेश द्वार भी है।
आमेर किले की छाया इसके झरने पर भी पड़ती है, जो देखने में बेहद खूबसूरत लगता है।
आमेर किले में एक शीश महल भी है, यह महल अपनी खूबसूरत नक्काशी के लिए जाना जाता है।
महल में एक खूबसूरत फूल भी है, यह आकर्षक फूल संगमरमर से बना है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह सात अद्भुत आकृतियों में बना है। इसे देखने वाले लोग इसे देखते ही रह जाते हैं।
क्या आप जानते हैं कि इस महल को बनाने में करीब 40 खंभों का इस्तेमाल किया गया है। एक दीया जलाने से भी पूरा महल जगमगा उठता है।
आमेर किले और जयगढ़ किले के बीच करीब दो किलोमीटर का एक गुप्त रास्ता भी बना हुआ है।
आमेर किले के अंदर एक बेहद खूबसूरत डोली महल भी बना हुआ है, जो देखने में डोली जैसा लगता है।
इस खूबसूरत किले में कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है जैसे जोधा अकबर, शुद्ध देसी रोमांस, भूल भुलैया आदि।