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पक्षी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है सरिस्का टाइगर रिजर्व, वायरल फुटेज में देखे यहां दिखने वाले दुर्लभ और रंग-बिरंगे पक्षियों की प्रजातियां

पक्षी प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है सरिस्का टाइगर रिजर्व, वायरल फुटेज में देखे यहां दिखने वाले दुर्लभ और रंग-बिरंगे पक्षियों की प्रजातियां

राजस्थान का सरिस्का टाइगर रिजर्व सिर्फ बाघों और अन्य वन्यजीवों के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि यह स्थान पक्षी प्रेमियों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं। अरावली पर्वत श्रृंखला की गोद में बसे इस अभयारण्य में, हरे-भरे जंगल, शांत जलाशय और विविध पारिस्थितिकी तंत्र पक्षियों को एक आदर्श निवास स्थान प्रदान करते हैं। देश-विदेश से हजारों पर्यटक केवल पक्षियों की दुर्लभ और रंग-बिरंगी प्रजातियों को देखने यहाँ आते हैं।


पक्षी दर्शन के लिए आदर्श स्थल
सरिस्का में सुबह के समय जब सूरज की पहली किरणें पेड़ों की टहनियों को छूती हैं, तो पक्षियों की मधुर चहचहाहट वातावरण को जीवंत कर देती है। यह स्थान उन प्रकृति प्रेमियों और बर्ड वॉचर्स के लिए एक आदर्श गंतव्य है, जो पक्षियों को उनके प्राकृतिक आवास में देखना पसंद करते हैं। अक्टूबर से मार्च के बीच का समय, जब सर्दियों की शुरुआत होती है, यहां प्रवासी पक्षियों का आगमन होता है, जिससे यह रिजर्व और भी जीवंत हो उठता है।

कौन-कौन सी पक्षी प्रजातियाँ देखी जाती हैं सरिस्का में?
सरिस्का टाइगर रिजर्व में लगभग 220 से अधिक पक्षी प्रजातियाँ दर्ज की गई हैं, जिनमें से कुछ स्थायी हैं और कुछ प्रवासी। यह स्थान पक्षियों की विविधता और उनकी संख्या के लिहाज से देश के प्रमुख बर्ड वॉचिंग हॉटस्पॉट्स में गिना जाता है।

1. भारतीय मोर (Indian Peafowl)
सरिस्का का राष्ट्रीय पक्षी, मोर यहाँ बड़ी संख्या में दिखाई देते हैं। उनकी खूबसूरत पंखों वाली नृत्य करती छवि पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।

2. गिद्ध (Vultures)
सरिस्का उन दुर्लभ जगहों में से है जहाँ अभी भी गिद्धों की कई प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं, जैसे की व्हाइट-बैक्ड वल्चर और लॉन्ग-बिल्ड वल्चर। ये पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने वाले पक्षी अब कई हिस्सों से लगभग विलुप्त हो चुके हैं।

3. ग्रीन बी-ईटर (Green Bee-Eater)
यह छोटा लेकिन अत्यंत रंगीन पक्षी अपनी तीव्र उड़ान और कीट पकड़ने की दक्षता के लिए जाना जाता है। सरिस्का में इनकी बड़ी तादाद देखी जा सकती है।

4. इंडियन पिट्टा (Indian Pitta)
सात रंगों वाले इस पक्षी को देखना किसी रोमांच से कम नहीं। यह गर्मियों के अंत और मानसून की शुरुआत में सरिस्का में देखा जा सकता है।

5. ग्रे फ्रैंकोलिन और ब्लैक फ्रैंकोलिन (Teetar)
यह ज़मीनी पक्षी अक्सर झाड़ियों के बीच से भागते दिखाई देते हैं और इनकी कूकती हुई आवाज़ सुबह-सुबह पूरे जंगल में गूंजती है।

6. स्पॉटेड ओवलेट (Spotted Owlet)
रात को सक्रिय रहने वाला यह उल्लू दिन में पेड़ों की दरारों या झाड़ियों में विश्राम करता है। बर्ड फोटोग्राफर इसके खास शॉट्स के लिए सरिस्का आते हैं।

7. क्रेस्टेड सर्पेंट ईगल (Crested Serpent Eagle)
इस शिकारी पक्षी की गूंजती आवाज़ और ऊँचाई से की गई निगरानी पर्यटकों को रोमांचित कर देती है।

प्रवासी पक्षियों का स्वागत
सरिस्का में हर साल सर्दियों में कई प्रवासी पक्षी हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर पहुँचते हैं। इन पक्षियों में साइबेरियन स्टॉर्क, फ्लेमिंगो, कॉमन टील और ग्रेलेग गूज़ प्रमुख हैं। इनके आगमन से सरिस्का का पारिस्थितिक संतुलन और भी मजबूत होता है।

पक्षी प्रेमियों के लिए खास व्यवस्था
राजस्थान वन विभाग और सरिस्का प्रशासन द्वारा बर्ड वॉचिंग ट्रेल्स, गाइडेड टूर और टॉवर स्पॉट्स की व्यवस्था की गई है, जिससे पर्यटक पक्षियों को बिना किसी विघ्न के देख सकें। साथ ही, प्रशिक्षित गाइड पर्यटकों को प्रत्येक पक्षी की प्रजाति, उनकी आदतों और पर्यावरणीय भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं।

फोटो ग्राफी और रिसर्च के लिए अनमोल केंद्र
बर्ड वॉचिंग के अलावा, सरिस्का फोटोग्राफरों और रिसर्च स्कॉलर्स के लिए भी एक अनमोल स्थल है। यहां के पक्षी व्यवहार, प्रवास के पैटर्न और उनकी पारिस्थितिक भूमिका पर अनेक शोध कार्य हो चुके हैं और जारी भी हैं।

पर्यावरण शिक्षा का केंद्र
सरिस्का न केवल एक पर्यटन स्थल है बल्कि पर्यावरण शिक्षा का भी प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है। यहाँ बच्चों, छात्रों और युवाओं को प्रकृति, पक्षियों और जैव विविधता के बारे में जागरूक करने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन होता है।

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