रणथंभौर टाइगर रिजर्व घूमने का बना रहे हैं प्लान? तो इस एक ही वीडियो में देखे सफारी से लेकर ठहरने तक की पूरी गाइड

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व देश के सबसे लोकप्रिय वन्यजीव स्थलों में से एक है। यह केवल बाघों के दर्शन का ही केंद्र नहीं, बल्कि इतिहास, प्रकृति और संस्कृति का अद्भुत मेल भी प्रस्तुत करता है। अरावली और विंध्य पर्वतमालाओं के बीच फैला यह अभयारण्य 392 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में विस्तृत है और प्रकृति प्रेमियों, फोटोग्राफरों और एडवेंचर लवर्स के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं।इस लेख में हम आपको रणथंभौर टाइगर रिजर्व में घूमने की प्रमुख जगहों और वहां ठहरने के विकल्पों की पूरी जानकारी दे रहे हैं, ताकि आपका अगला जंगल सफारी ट्रिप यादगार बन जाए।
रणथंभौर टाइगर रिजर्व की प्रमुख घूमने लायक जगहें
1. रणथंभौर नेशनल पार्क की जंगल सफारी
यहां की सबसे बड़ी खासियत है – बाघों को उनके प्राकृतिक आवास में देखना। पार्क को 10 जोन में बांटा गया है, जिनमें से जोन 1 से 5 को बाघ दर्शन के लिए सबसे बेहतर माना जाता है। सफारी जीप या कैंटर से की जाती है और हर सफारी लगभग 3-4 घंटे की होती है। सफारी सुबह और शाम दोनों समय होती है।
2. रणथंभौर किला
इस अभयारण्य के बीचोंबीच स्थित यह ऐतिहासिक किला 10वीं शताब्दी में बना था और यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल है। किले से आसपास के जंगल का नज़ारा अत्यंत मनमोहक होता है। यहाँ गणेश मंदिर, जैन मंदिर और कई पुराने महलों के खंडहर देखने को मिलते हैं।
3. पदम तालाब और मलिक तालाब
पार्क के अंदर मौजूद ये दो झीलें बाघ, मगरमच्छ, सांभर, चीतल, मोर और कई पक्षियों को देखने का शानदार स्थान हैं। यहां सूर्योदय या सूर्यास्त के समय का दृश्य बेहद खूबसूरत होता है।
4. राज बाग खंडहर
झीलों के पास स्थित ये पुराने महलनुमा खंडहर जंगल में रोमांच का अनुभव और इतिहास की झलक देते हैं। बाघ अक्सर इन खंडहरों के आसपास देखे जाते हैं, जिससे यह फोटोग्राफरों के लिए एक पसंदीदा स्थान बन गया है।
5. सूरवाल झील
सवाई माधोपुर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित यह झील पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग है। सर्दियों में यहां प्रवासी पक्षियों की भारी संख्या में मौजूदगी रहती है। शांति पसंद करने वालों के लिए यह जगह एकदम सही है।
6. कचिद घाटी
यहाँ पैंथर और तेंदुओं को देखे जाने की संभावना अधिक होती है, क्योंकि ये बाघों से दूरी बनाए रखते हैं। घाटी के दृश्य और घुमावदार रास्ते एडवेंचर लवर्स को खासा लुभाते हैं।
रणथंभौर में ठहरने के बेहतरीन विकल्प
रणथंभौर में हर बजट और स्टाइल के हिसाब से ठहरने के ढेरों विकल्प मौजूद हैं – लग्ज़री रिजॉर्ट्स से लेकर बजट होटलों तक।
1. Luxury Resorts (लक्ज़री के दीवानों के लिए):
Aman-i-Khas: यह एक शानदार टेंटेड कैंप है जो पूरी तरह से प्राइवेट और शाही अनुभव देता है। बाघ सफारी के साथ प्रीमियम सेवा की चाह रखने वालों के लिए परफेक्ट है।
The Oberoi Vanyavilas: जंगल के किनारे स्थित यह रिसॉर्ट अपने शानदार विला और बेमिसाल आतिथ्य के लिए जाना जाता है।
Sujan Sher Bagh: बुटीक स्टाइल सफारी कैंप, जो ब्रिटिशकालीन जंगल एक्सपीरियंस की याद दिलाता है।
2. Mid-range Resorts & Hotels (कम बजट में आराम):
Nahargarh Ranthambhore: एक महलनुमा अनुभव वाला होटल जो सुविधाजनक कीमत में शानदार अनुभव देता है।
Ranthambhore Regency: परिवारों और ग्रुप्स के लिए आदर्श, जिसमें अच्छा खाना, स्विमिंग पूल और गाइडेड टूर सुविधा उपलब्ध है।
3. Budget Hotels & Guest Houses (कम खर्च में बढ़िया सुविधा):
Hotel Ranthambhore Palace: सवाई माधोपुर स्टेशन से नजदीक, सफाई और सेवा में बेहतरीन।
Tiger Safari Resort: सफारी प्रेमियों के लिए बजट में एकदम सही, साथ ही लोकल खाना और स्टाफ सहयोगी होता है।
रणथंभौर जाने का सही समय
रणथंभौर नेशनल पार्क अक्टूबर से जून तक खुला रहता है।
नवंबर से अप्रैल: मौसम सुहावना रहता है और घूमने के लिए बेहतरीन समय होता है।
मई और जून: बाघ देखने की संभावना ज्यादा रहती है क्योंकि वे गर्मी में पानी के स्रोतों के पास आते हैं।
नोट: जुलाई से सितंबर तक मॉनसून के कारण पार्क बंद रहता है।
कैसे पहुंचे रणथंभौर
रेल मार्ग: नजदीकी रेलवे स्टेशन सवाई माधोपुर है, जो जयपुर, दिल्ली, मुंबई और कोटा से जुड़ा है।
सड़क मार्ग: जयपुर से लगभग 180 किमी और दिल्ली से 380 किमी की दूरी पर स्थित है। टैक्सी या बस से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
हवाई मार्ग: नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर है, वहाँ से टैक्सी से रणथंभौर पहुँचा जा सकता है।
रणथंभौर टाइगर रिजर्व केवल बाघों को देखने का ही स्थान नहीं, बल्कि यह प्रकृति, इतिहास और सांस्कृतिक विरासत का संगम है। चाहे आप एक फोटोग्राफर हों, एडवेंचर प्रेमी हों या शांति की तलाश में निकले यात्री – रणथंभौर हर किसी को कुछ न कुछ देता है। और जब ठहरने के लिए इतने सुंदर और विविध विकल्प हों, तो यह यात्रा और भी यादगार बन जाती है।