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इस वायरल डॉक्यूमेंट्री मी देखे Udaipur City Palace के अंदर छिपे वो 5 खास आकर्षण, जो बनाते हैं इसे राजस्थान का अनमोल रत्न

इस वायरल डॉक्यूमेंट्री मी देखे Udaipur City Palace के अंदर छिपे वो 5 खास आकर्षण, जो बनाते हैं इसे राजस्थान का अनमोल रत्न

राजस्थान के हृदय में बसा उदयपुर एक ऐसा शहर है जिसे "झीलों की नगरी" और "पूर्व का वेनिस" कहा जाता है। इस शहर की सबसे शाही और ऐतिहासिक पहचान है – उदयपुर सिटी पैलेस, जो पिछोला झील के किनारे स्थित है। यह महल न केवल वास्तुकला का बेजोड़ उदाहरण है, बल्कि मेवाड़ राजवंश के गौरवशाली इतिहास की एक जीवंत तस्वीर भी पेश करता है।


इतिहास की परछाई में बना एक भव्य निर्माण
उदयपुर सिटी पैलेस की नींव 1559 में राजा उदय सिंह द्वितीय ने रखी थी, जब उन्होंने चित्तौड़गढ़ से राजधानी स्थानांतरित की थी। इसके बाद करीब 400 वर्षों तक अलग-अलग शासकों ने इस महल में समय-समय पर कई इमारतें, आंगन, महल और मंदिर जोड़े, जिससे यह एक भव्य और विशाल परिसर बन गया। महल परिसर में मुग़ल, राजस्थानी और यूरोपीय स्थापत्य का सुंदर संगम देखने को मिलता है।

क्या है देखने लायक?
1. बाड़ी महल (Garden Palace)

यह महल परिसर का ऊँचाई पर स्थित हिस्सा है, जहां एक सुंदर बागीचा बनाया गया है। यहाँ से उदयपुर शहर और पिछोला झील का नज़ारा अत्यंत मनोहारी होता है। बाड़ी महल में लगाए गए पेड़-पौधे और जलाशय गर्मियों में भी ठंडक बनाए रखते हैं।

2. मोर चौक
महल का सबसे आकर्षक भाग माना जाता है मोर चौक, जहाँ दीवारों पर कांच से बने तीन सुंदर मोर बनाए गए हैं। ये मोर राजस्थान की तीन प्रमुख ऋतुओं – गर्मी, सर्दी और वर्षा – का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनका निर्माण 18वीं सदी में किया गया था और ये रजवाड़ों की शिल्पकला का अद्भुत नमूना हैं।

3. कृष्ण विलास और शीश महल
कृष्ण विलास एक भावनात्मक स्थान है, जहां रानी के आत्मदाह की कहानी छिपी है। वहीं, शीश महल में दीवारों और छतों पर लगाए गए कांच टुकड़ों के प्रतिबिंब से बना दृश्य रात में दीपों की रौशनी में किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता।

4. झरोकों और छतरियों से सजी बालकनियाँ
उदयपुर सिटी पैलेस की ऊँची-ऊँची बालकनियाँ, झरोकें, और सुंदर छतरियाँ इसकी वास्तुकला की विशेषता हैं। ये झील और शहर के विभिन्न हिस्सों का विहंगम दृश्य प्रस्तुत करती हैं, और यही कारण है कि यह महल कई फिल्मों की शूटिंग के लिए भी पसंदीदा स्थल रहा है।

5. सिटी पैलेस म्यूज़ियम
महल के अंदर स्थित सिटी पैलेस म्यूज़ियम में मेवाड़ राजवंश के शाही अस्त्र-शस्त्र, पोशाकें, चित्रकला, पालकी, रथ, और शाही दस्तावेज रखे गए हैं। यहाँ आने से लगता है मानो समय पीछे चला गया हो और आप सीधे राजसी युग में प्रवेश कर गए हों।

पिछोला झील और सिटी पैलेस – एक अनुपम संगम
सिटी पैलेस पिछोला झील के किनारे स्थित है, जिससे इसका प्रतिबिंब झील के शांत जल में बेहद मोहक दिखाई देता है। यहाँ से झील पर स्थित जगमंदिर और लेक पैलेस का नज़ारा अत्यंत दर्शनीय है। शाम के समय जब सूर्य की किरणें महल की दीवारों को सुनहरे रंग में रंग देती हैं, तब यहाँ की सुंदरता देखते ही बनती है।

पर्यटन और आधुनिकता का संगम
वर्तमान में सिटी पैलेस का एक हिस्सा शाही परिवार के पास है, जबकि बाकी हिस्सा आम पर्यटकों के लिए खुला है। इसके अलावा महल के कुछ हिस्सों को हेरिटेज होटल में परिवर्तित कर दिया गया है, जहाँ ठहरना किसी शाही जीवन के अनुभव से कम नहीं होता।महल के अंदर स्थित रेस्टोरेंट और कैफे में पारंपरिक राजस्थानी स्वाद के साथ आधुनिक भोजन का भी आनंद लिया जा सकता है। वहीं, यहां होने वाले धार्मिक अनुष्ठान, म्यूज़िक कन्सर्ट्स और शाही शादियाँ इस महल को आज भी जीवंत बनाए रखते हैं।

उदयपुर यात्रा अधूरी है सिटी पैलेस देखे बिना
अगर आप इतिहास, संस्कृति और कला में रुचि रखते हैं, तो उदयपुर सिटी पैलेस आपके लिए एक अनमोल अनुभव साबित हो सकता है। यह महल न सिर्फ राजस्थान की शाही विरासत का प्रतीक है, बल्कि यह उस युग की जीवंत कहानी भी सुनाता है, जब राजाओं का जीवन शान, सम्मान और धर्मपरायणता से भरपूर होता था।

उदयपुर सिटी पैलेस सिर्फ एक महल नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक धरोहर, वास्तुकला की कला और आध्यात्मिक शांति का संगम है। यहाँ बिताया गया हर पल आपको भव्यता, संस्कृति और आत्मिक सुकून का एहसास कराता है। जब भी आप उदयपुर जाएँ, तो सिटी पैलेस को अपनी यात्रा सूची में अवश्य शामिल करें – क्योंकि यहाँ की भव्यता और इतिहास, आपके दिल में हमेशा के लिए बस जाते हैं।

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