वीडियो में देखिये भारत की सबसे प्राचीन अरावली पर्वतमाला में छिपे हैं ये खूबसूरत टूरिस्ट स्पॉट, हर साल लाखों पर्यटक खींचे चले आते हैं यहां

भारत की सबसे प्राचीन पर्वतमालाओं में से एक अरावली रेंज न सिर्फ भौगोलिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है, बल्कि यहां छिपे अनगिनत प्राकृतिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थल भी देश-विदेश के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और दिल्ली तक फैली यह पर्वतमाला हर साल लाखों पर्यटकों को प्राकृतिक शांति, हरियाली, पहाड़ी सौंदर्य और इतिहास से जुड़ने का अवसर देती है।अरावली पर्वत श्रृंखला का सबसे खास पहलू यह है कि इसके भीतर मौजूद स्थल प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ ऐतिहासिक गहराई और धार्मिक आस्था से भी भरपूर हैं। चाहे बात हो झीलों की नगरी उदयपुर की, जंगलों से घिरे माउंट आबू की या फिर सरिस्का टाइगर रिजर्व जैसे रोमांचक वन्यजीव स्थलों की – हर स्थान का अपना एक अलग ही आकर्षण है।
माउंट आबू – अरावली का एकमात्र हिल स्टेशन
राजस्थान के रेगिस्तानी परिदृश्य में माउंट आबू एक सुखद चमत्कार की तरह उभरता है। अरावली की ऊंचाई पर बसा यह एकमात्र हिल स्टेशन न केवल गर्मियों में राहत देने वाला स्थल है, बल्कि यहां स्थित नक्की झील, देलवाड़ा जैन मंदिर, गुरु शिखर और टोड़ रॉक जैसे स्थान पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। यहां की हरियाली और ठंडी हवाएं लोगों को बार-बार खींच लाती हैं।
उदयपुर – झीलों के साथ अरावली की गोद में बसी नगरी
उदयपुर को झीलों की नगरी कहा जाता है, लेकिन इसकी असली सुंदरता अरावली की तलहटी में बसे होने से और निखर जाती है। यहां की फतेहसागर झील, पिछोला झील, सज्जनगढ़ किला (मानसून पैलेस) और सिटी पैलेस जैसे स्थल अरावली की पृष्ठभूमि में और भी भव्य लगते हैं। हर साल हजारों विदेशी पर्यटक भी यहां आकर राजसी जीवनशैली का आनंद लेते हैं।
सरिस्का टाइगर रिजर्व – वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग
अरावली पर्वत श्रृंखला में स्थित सरिस्का टाइगर रिजर्व, राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है। यह अभयारण्य बाघों, तेंदुओं, चिंकारा, सांभर, और अनेक पक्षी प्रजातियों का घर है। घने जंगल, छोटी-छोटी पहाड़ियाँ और शांति से भरपूर वातावरण इसे नेचर लवर्स के लिए एक आदर्श गंतव्य बनाते हैं। साथ ही, इसके भीतर स्थित पांडुपोल हनुमान मंदिर और सरिस्का महल भी दर्शनीय स्थल हैं।
भांडारेज – इतिहास और प्रकृति का संगम
अरावली की गोद में बसा भांडारेज, धौलपुर और भरतपुर के पास स्थित एक छोटा लेकिन ऐतिहासिक गांव है। यहां के भांडारेज बावड़ी, पुराने किले और शांतिपूर्ण झीलें, खासतौर पर उन लोगों को आकर्षित करती हैं जो भीड़-भाड़ से दूर रहकर ऐतिहासिक और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेना चाहते हैं।
नीमराना – पुरातन महल और आधुनिक पर्यटन का संगम
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर स्थित नीमराना फोर्ट अरावली की पहाड़ियों पर बसा एक भव्य और ऐतिहासिक किला है, जिसे अब एक लक्ज़री हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है। रोमांटिक गेटवे, रॉयल वेडिंग या शांत वीकेंड के लिए यह स्थान पर्यटकों का पसंदीदा बन चुका है।
तीज-त्योहारों और ट्रैकिंग प्रेमियों के लिए उपयुक्त
अरावली में बसे कुछ क्षेत्रों जैसे कुंभलगढ़, रणकपुर, और कटारगढ़ जैसे स्थल ट्रैकिंग और धार्मिक पर्यटन के लिए भी उपयुक्त हैं। कुंभलगढ़ फोर्ट, जो विश्व धरोहर स्थलों में गिना जाता है, एक विशाल दीवार से घिरा हुआ है जिसे भारत की ‘ग्रेट वॉल’ भी कहा जाता है।