दो मिनट के वायरल फुटेज में देखिये राजस्थान की टॉप मिठाइयाँ, जिनका स्वाद एकबार चखो तो जीवन भर नहीं भूल पाते लोग

राजस्थान, जिसे शाही रजवाड़ों की धरती कहा जाता है, अपने समृद्ध इतिहास, रंगीन संस्कृति और राजसी खानपान के लिए प्रसिद्ध है। यहां की हर चीज़ में एक अलग ठाठ और परंपरा झलकती है, और मिठाइयाँ भी इससे अछूती नहीं हैं। राजस्थान की मिठाइयाँ सिर्फ स्वाद ही नहीं देतीं, बल्कि इनमें उस मिट्टी की सोंधी खुशबू और पारंपरिक विरासत का स्वाद भी घुला होता है। आइए जानते हैं राजस्थान की उन टॉप फेमस मिठाइयों के बारे में, जिनका नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है।
1. घेवर – तीज और सावन की मिठास
घेवर राजस्थान की सबसे प्रसिद्ध मिठाइयों में शुमार है। खासकर सावन और तीज के त्योहारों पर इसका विशेष महत्व होता है। घी में तला हुआ यह मधुर पकवान शहद जैसे चाशनी में डूबा होता है और ऊपर से मलाई, मेवे और केसर से सजाया जाता है। जयपुर, अजमेर और अलवर में मिलने वाला घेवर देशभर में मशहूर है।
2. मावे की कचौरी – मिठाई जो चौंकाए
राजस्थान के जोधपुर की मावे की कचौरी स्वाद और नवाचार का अनूठा उदाहरण है। यह सामान्य नमकीन कचौरी से बिलकुल अलग होती है, जिसमें सूखे मेवे और मावा भरकर इसे तला जाता है और फिर चाशनी में डुबोया जाता है। यह मिठाई बाहर से क्रिस्पी और अंदर से लाजवाब मीठी होती है।
3. दाल बाटी चूरमा – व्यंजन और मिठाई का संगम
हालांकि दाल बाटी को एक मुख्य व्यंजन के तौर पर जाना जाता है, लेकिन इसके साथ परोसे जाने वाले "चूरमा" को मिठाई की श्रेणी में रखा जाता है। बाटी को घी में तोड़कर उसमें गुड़ या चीनी मिलाकर चूरमा बनाया जाता है। ये मिठास हर राजस्थानी थाली की शान बढ़ाती है।
4. मोहनथाल – श्रीकृष्ण को समर्पित
मोहनथाल एक पारंपरिक मिठाई है जिसे विशेष रूप से धार्मिक अवसरों पर बनाया जाता है। बेसन, घी, चीनी और मेवों से बनी यह मिठाई श्रीकृष्ण को समर्पित मानी जाती है और इसका स्वाद इतना भरपूर होता है कि यह हर किसी की पहली पसंद बन जाती है।
5. रबड़ी – गाढ़े स्वाद का राजा
भीलवाड़ा, अजमेर और पुष्कर जैसे क्षेत्रों में रबड़ी बेहद प्रसिद्ध है। इसे दूध को धीमी आंच पर लगातार पकाकर तैयार किया जाता है, जब तक कि वह गाढ़ा न हो जाए। इसमें चीनी, केसर और इलायची मिलाकर इसका स्वाद और भी लाजवाब बना दिया जाता है। यह ज्यादातर मालेपुर या जलेबी के साथ खाई जाती है।
6. केसरिया फेनी – त्योहारों की रौनक
फेनी एक पतली और महीन मिठाई होती है जिसे खासतौर पर दिवाली और होली जैसे त्योहारों पर तैयार किया जाता है। यह दिखने में बेहद हल्की होती है लेकिन इसका स्वाद बेहद रिच होता है। दूध में मिलाकर या यूं ही सूखी खाई जाने वाली फेनी हर उम्र के लोगों को पसंद आती है।
7. बालूशाही – मीठे का रजवाड़ी अंदाज़
बालूशाही राजस्थान की एक पारंपरिक मिठाई है जो बाहर से कुरकुरी और अंदर से मुलायम होती है। इसे मैदे और घी से तैयार कर शक्कर की चाशनी में डुबोया जाता है। शादी-ब्याह और उत्सवों में यह मिठाई हर थाली की शोभा बढ़ाती है।
8. चेनार मिठाई – बंगाल की झलक, राजस्थानी स्वाद
हालांकि चेनार मिठाइयाँ मूल रूप से बंगाल से आईं मानी जाती हैं, लेकिन राजस्थान में इन्हें खास राजस्थानी स्वाद और अंदाज़ में बनाया जाता है। विशेष रूप से बीकानेर और जयपुर में चेनार से बनी मिठाइयाँ अलग पहचान रखती हैं।