मानसून में अगर देखना है धरती पर स्वर्ग तो जरूर करें माउंट आबू की यात्रा, वीडियो में ऐसा खूबसूरत नजारा देख आप भी कर लेंगे बैग पैक
राजस्थान को आमतौर पर रेगिस्तान, तपती रेत और गर्म हवाओं के लिए जाना जाता है, लेकिन इसी राज्य में बसा है एक ऐसा हिल स्टेशन, जो मानसून के समय धरती पर किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता। हम बात कर रहे हैं माउंट आबू की—अरावली पर्वतमाला की गोद में बसा राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन, जो हरियाली, शीतलता और प्राकृतिक सौंदर्य का अनोखा संगम है। अगर आप मानसून के मौसम में कहीं सुकून भरा वक्त बिताना चाहते हैं, तो माउंट आबू आपकी पहली पसंद बन सकता है।
हरियाली और बादलों की जादुई दुनिया
मानसून की पहली बारिश के साथ ही माउंट आबू की वादियां हरी चादर ओढ़ लेती हैं। यहां की पहाड़ियों पर छाई धुंध, पेड़ों से टपकती बारिश की बूंदें और ठंडी हवाएं ऐसा एहसास कराती हैं, मानो आप किसी फिल्मी दृश्य का हिस्सा बन गए हों। झीलों का जलस्तर बढ़ जाता है, झरनों में पानी उमड़ने लगता है और हर कोना ताजगी से भर जाता है।विशेषकर नक्की झील (Nakki Lake) मानसून में बेहद खूबसूरत दिखाई देती है। चारों ओर हरियाली से घिरी यह झील बोटिंग करने वालों के लिए किसी रोमांटिक डेस्टिनेशन से कम नहीं। बादलों की परछाईं जब झील के पानी पर गिरती है, तो लगता है मानो पूरा आसमान धरती पर उतर आया हो।
गुरु शिखर से दिखता है स्वर्ग
माउंट आबू की सबसे ऊंची चोटी गुरु शिखर है, जो समुद्र तल से करीब 1722 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मानसून में जब पूरा इलाका बादलों से ढक जाता है और हल्की बारिश में पहाड़ों से धुंध उठती है, तब यहां से नजारा स्वर्ग से भी सुंदर लगता है। पर्यटक यहां ट्रैकिंग के साथ-साथ सूर्योदय और सूर्यास्त का आनंद लेने जरूर पहुंचते हैं।
प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग
माउंट आबू केवल घूमने की ही जगह नहीं, बल्कि यह वन्यजीव प्रेमियों और बर्ड वॉचर्स के लिए भी बेहतरीन ठिकाना है। मानसून में यहां की माउंट आबू वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी हरियाली से भर जाती है और कई दुर्लभ पक्षियों और जानवरों को देखने का मौका मिलता है। जंगली गुलाब, ऑर्किड्स और ब्रह्मकमल जैसे फूल इस मौसम में विशेष रूप से खिलते हैं।
दिलवाड़ा जैन मंदिर: बारिश में भी आध्यात्मिक शांति
बारिश के मौसम में अगर आप आध्यात्मिक सुकून की तलाश में हैं, तो दिलवाड़ा जैन मंदिर आपकी खोज को पूर्ण करता है। संगमरमर से बनी इन भव्य मंदिरों की नक्काशी इतनी बारीक और सुंदर है कि हर व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो जाता है। मानसून के मौसम में जब बारिश की बूंदें मंदिर की छत पर गिरती हैं, तो वातावरण में एक दिव्य स्पंदन पैदा होता है।
मौसम और यात्रा का सर्वोत्तम समय
माउंट आबू का मौसम मानसून में सबसे अधिक रमणीय होता है। जुलाई से सितंबर तक यहां का तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जो गर्मी से राहत और सर्दियों की आहट का आनंद दोनों एक साथ देता है। इस दौरान बारिश की हल्की-फुल्की फुहारें और ठंडी हवाएं पूरे सफर को रोमांचक बना देती हैं।
खाने-पीने और लोक संस्कृति का अनुभव
माउंट आबू में न सिर्फ प्राकृतिक सौंदर्य है, बल्कि राजस्थानी और गुजराती संस्कृति का भी सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है। मानसून के दौरान यहां के बाज़ारों में भी रौनक बनी रहती है। गरमागरम मिर्ची बड़े, भुट्टे, और स्थानीय चाय स्टॉल्स पर मिलने वाली अदरक वाली चाय बारिश के साथ एक खास अनुभव देती है।आप स्थानीय हस्तशिल्प, ऊन के कपड़े और हाथ से बनी कलाकृतियां भी खरीद सकते हैं। खास बात यह है कि यहां के लोग बेहद मेहमाननवाज़ होते हैं, जो पर्यटकों को घर जैसा अनुभव कराते हैं।
रोमांटिक जोड़ों के लिए आदर्श स्थल
माउंट आबू मानसून में हनीमून कपल्स और रोमांटिक ट्रैवलर्स के लिए एक ड्रीम डेस्टिनेशन बन जाता है। नक्की झील के किनारे वॉक हो या टोड रॉक (Toad Rock) पर बैठकर बारिश का आनंद लेना, हर पल एक यादगार अनुभव बन जाता है।
अगर आप मानसून के समय एक ऐसी जगह की तलाश में हैं, जहाँ प्रकृति, शांति, रोमांच और आध्यात्मिकता सब कुछ एक साथ मिले, तो माउंट आबू से बेहतर कोई विकल्प नहीं। यह न केवल राजस्थान की सुंदरता को नये रूप में प्रस्तुत करता है, बल्कि मानसून में यह जगह सचमुच स्वर्ग का अहसास कराती है। तो इस बार बारिश का आनंद लेने माउंट आबू जाना न भूलें—जहाँ हर बूंद सौंदर्य की कविता जैसी लगती है।

