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चित्तौड़गढ़ आए तो विजय स्तंभ के साथ इन 8 ऐतिहासिक दर्शनीय स्थलों पर भी जरूर करे विजिट, वीडियो में देखे कौन सी है ये जगहें 

चित्तौड़गढ़ आए तो विजय स्तंभ के साथ इन 8 ऐतिहासिक दर्शनीय स्थलों पर भी जरूर करे विजिट, वीडियो में देखे कौन सी है ये जगहें 

राजस्थान के राजसी वैभव और शौर्यगाथाओं की भूमि चित्तौड़गढ़, भारत के इतिहास में गौरव और बलिदान की प्रतीक मानी जाती है। यहां स्थित विजय स्तंभ (Victory Tower) न केवल स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है, बल्कि यह वीरता, धर्म रक्षा और राजपूत आन-बान-शान का जीवंत प्रतीक भी है। यदि आप चित्तौड़गढ़ की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो केवल विजय स्तंभ ही नहीं, बल्कि इसके आस-पास स्थित कई अन्य स्थल भी हैं जो आपकी यात्रा को संपूर्ण और यादगार बना सकते हैं।


विजय स्तंभ – वीरता की अमिट गाथा
चित्तौड़गढ़ किले के भीतर स्थित विजय स्तंभ का निर्माण महाराणा कुम्भा ने 1448 ई. में मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी पर अपनी जीत की स्मृति में करवाया था। यह 9 मंजिला स्तंभ लगभग 122 फीट ऊँचा है और इसे रानी पद्मिनी और मेवाड़ के योद्धाओं के शौर्य को समर्पित किया गया है। इसकी दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की सुंदर मूर्तियाँ और पौराणिक कथाएं अंकित हैं। रात के समय यहां की लाइट एंड साउंड शो आपको इतिहास के उस काल में ले जाता है जब यह धरती रणबांकुरों के साहस से गूंजती थी।

नजदीकी दर्शनीय स्थल जो आपको जरूर देखने चाहिए
1. किरति स्तंभ

विजय स्तंभ से थोड़ी दूरी पर स्थित किरति स्तंभ जैन धर्म के पहले तीर्थंकर आदिनाथ को समर्पित है। इसका निर्माण 12वीं शताब्दी में बघेरवाल जैन व्यापारी द्वारा कराया गया था। यह विजय स्तंभ की तुलना में छोटा है, लेकिन इसकी नक्काशी और शांत वातावरण इसे आध्यात्मिक रूप से विशिष्ट बनाता है।

2. पद्मिनी महल
चित्तौड़गढ़ किले के भीतर स्थित यह महल रानी पद्मिनी की खूबसूरती और बलिदान की कहानी को जीवंत करता है। इसके चारों ओर जल से घिरी संरचना और इसके मध्य में बना छोटा सा महल एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करता है। यहीं से दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने दर्पण में रानी पद्मिनी के प्रतिबिंब को देखा था।

3. मीराबाई मंदिर
भक्तिकाल की महान संत मीराबाई का यह मंदिर भी विजय स्तंभ के निकट स्थित है। यहां आकर आपको भक्ति की उस परम अवस्था का अनुभव होगा जहां मीरा ने अपने आराध्य श्रीकृष्ण को समर्पण किया। मंदिर की दीवारों पर मीरा के भजन और उनके जीवन प्रसंग उकेरे गए हैं।

4. राणा कुम्भा महल
विजय स्तंभ से कुछ ही दूरी पर स्थित यह महल महाराणा कुम्भा का निवास था। यहीं पर रानी पद्मिनी और कई अन्य रानियों ने अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय जौहर किया था। इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह स्थल विशेष रूप से भावनात्मक और प्रेरक है।

5. फतेह प्रकाश महल
किले के भीतर स्थित यह महल आज एक संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया है। यहां चित्तौड़ के इतिहास, युद्ध, हथियारों और राजघराने की जीवनशैली से जुड़ी कई दुर्लभ वस्तुएं प्रदर्शित हैं। इतिहास प्रेमियों को यह संग्रहालय ज़रूर देखना चाहिए।

6. गौमुख कुंड
यह एक प्राकृतिक जलस्रोत है जो एक गाय के मुख से बहता दिखाई देता है। यह कुंड विजय स्तंभ के पास ही स्थित है और धार्मिक मान्यता के अनुसार इसका पानी पवित्र और उपचारात्मक गुणों से भरपूर होता है। कुंड का शांत वातावरण ध्यान और साधना के लिए उपयुक्त स्थान बनाता है।

7. सात बाउड़ियाँ
किले के आसपास बनी ये बाउड़ियाँ या जलसंचयन केंद्र प्राचीन जल प्रबंधन का अद्भुत उदाहरण हैं। इनका निर्माण रानियों और महिलाओं के स्नान हेतु किया गया था। कुछ बावड़ियों में आज भी पानी भरा रहता है, और इनकी वास्तुकला बेहद लुभावनी है।

8. जौहर स्थल
यह वो ऐतिहासिक स्थल है जहां रानी पद्मिनी और अन्य रानियों ने अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय जौहर किया था। यहां की शांत दीवारें आज भी उस बलिदान की गाथा सुनाती हैं जो हर भारतीय के हृदय में सम्मान और गर्व भर देती है।

यात्रा से जुड़ी सलाह
चित्तौड़गढ़ में घूमने के लिए कम से कम एक पूरा दिन जरूर निकालें।
सुबह जल्दी पहुंचने से आप गर्मी से बच सकते हैं और सभी स्थल अच्छे से देख सकते हैं।
गाइड लेना बेहतर रहेगा, ताकि ऐतिहासिक कहानियाँ और स्थानों का महत्त्व ठीक से समझ सकें।
लाइट एंड साउंड शो देखने का अनुभव अविस्मरणीय होता है – टिकट पहले से बुक करवा लें।

चित्तौड़गढ़ का विजय स्तंभ अपने आप में एक भव्यता और शौर्य की मिसाल है, लेकिन इसके आसपास फैला इतिहास और संस्कृति का संसार इसे और भी समृद्ध बनाता है। यदि आप राजस्थान की असली आत्मा को महसूस करना चाहते हैं, तो चित्तौड़गढ़ जरूर जाएं और केवल विजय स्तंभ ही नहीं, बल्कि आसपास के हर ऐतिहासिक स्थल को सम्मान और समझ के साथ देखें। यहां की हर ईंट, हर दरवाजा और हर मोड़ आपको एक कहानी सुनाएगा – बलिदान, प्रेम, भक्ति और गर्व की कहानी।

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