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थार रेगिस्तान में घूमने का बना रहे है प्लान, तो 2 मिनट के शानदार वीडियो में जानिए 5 ऐसी खास गतिविधियां जो आपके ट्रिप को बना देंगी यादगार

थार रेगिस्तान में घूमने का बना रहे है प्लान, तो 2 मिनट के शानदार वीडियो में जानिए 5 ऐसी खास गतिविधियां जो आपके ट्रिप को बना देंगी यादगार

राजस्थान के दिल में बसा थार रेगिस्तान सिर्फ एक रेत का महासागर नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों में से एक है। यहां की सुनहरी रेत, ऊँट की सवारी, लोकसंगीत और रात की चमचमाती रोशनी हर किसी के दिल में बस जाती है। अगर आप थार रेगिस्तान की यात्रा पर जा रहे हैं, तो केवल प्राकृतिक नज़ारों तक ही सीमित न रहें। यहां कुछ ऐसी गतिविधियां हैं, जो आपकी यात्रा को रोमांच, रोमांस और स्मृति से भर देंगी। आइए जानते हैं वो 5 खास अनुभव जो थार रेगिस्तान को बनाते हैं अनोखा और अविस्मरणीय।

1. ऊँट की सवारी – रेत के समंदर में शाही सफर

थार रेगिस्तान की बात हो और ऊँट की सवारी का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। ऊँट को ‘रेगिस्तान का जहाज’ कहा जाता है, और इस पर बैठकर आप दूर-दूर तक फैली रेत की टीलों को पार करते हैं। खासकर जैसलमेर, सम और खुरी जैसे क्षेत्रों में ऊँट सफारी पर्यटकों की पहली पसंद होती है। सूर्यास्त के समय ऊँट की पीठ पर बैठकर रेत के बदलते रंगों को देखना एक जादुई अनुभव होता है। सफारी के दौरान आपको पारंपरिक गांव, ग्रामीण जीवनशैली और स्थानीय संस्कृति की झलक भी देखने को मिलती है।

2. डेजर्ट कैंपिंग – सितारों के नीचे एक रात

थार रेगिस्तान की सबसे खूबसूरत और रोमांटिक गतिविधियों में से एक है डेजर्ट कैंपिंग। रेत के बीच बने पारंपरिक राजस्थानी तंबुओं में रात बिताना और खुले आसमान के नीचे सितारों की छांव में लोकसंगीत का आनंद लेना एक अविस्मरणीय अनुभव है। जैसलमेर के सम सैंड ड्यून्स में ऐसी कई कैंप साइट्स हैं, जहां शाम को लोक कलाकारों का नृत्य, राजस्थानी भोजन और बोनफायर की व्यवस्था होती है। यह अनुभव आपको राजस्थान की सांस्कृतिक समृद्धि से जोड़ता है और एक सजीव लोक-संसार से परिचित कराता है।

3. सैंड ड्यून्स बाइकिंग और जीप सफारी – एडवेंचर का असली मजा

यदि आप रोमांच के शौकीन हैं, तो थार रेगिस्तान में सैंड ड्यून्स पर बाइकिंग या जीप सफारी जरूर आजमाएं। ऊँची-नीची रेत की टीलों पर जब खुली जीप दौड़ती है, तो धूल उड़ती है और दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। खासकर युवाओं और फोटोग्राफर्स के बीच यह एडवेंचर काफी लोकप्रिय है। थार की टीलों पर ड्राइव करना किसी रेसिंग ट्रैक से कम नहीं लगता। कई जगहों पर बाइकिंग और ATV राइड्स भी उपलब्ध होती हैं जो रेगिस्तान में थ्रिल की नई परिभाषा देती हैं।

4. लोकसंगीत और कालबेलिया नृत्य – थार की आत्मा से जुड़ाव

थार रेगिस्तान की यात्रा केवल दृश्यात्मक नहीं, बल्कि श्रवण और भावनात्मक अनुभव भी है। यहां का लोकसंगीत और पारंपरिक नृत्य, जैसे कि कालबेलिया, घूमर और चारी नृत्य, आपके मन को छू जाते हैं। रेगिस्तानी संगीत में कमाई, एकतारा और ढोलक की ताल पर लोकगायक जब गाते हैं तो लगता है मानो रेत भी थिरकने लगती है। ये सांस्कृतिक प्रस्तुतियां आमतौर पर कैंप साइट्स या स्थानीय मेलों में देखने को मिलती हैं। इनके माध्यम से आप थार की आत्मा और संस्कृति को गहराई से महसूस कर सकते हैं।

5. थार के किलों और हवेलियों की खोज – इतिहास की रेत में छिपे राज

थार रेगिस्तान केवल प्रकृति नहीं, इतिहास का भी अद्भुत संगम है। यहां स्थित जैसलमेर किला, जिसे ‘स्वर्ण किला’ भी कहा जाता है, रेत के बीच खड़ा एक भव्य गवाह है मध्यकालीन भारत की शान का। इसी तरह पटवों की हवेली, सलिम सिंह की हवेली और नाथमल की हवेली, अपनी अद्वितीय वास्तुकला और शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध हैं। इन हवेलियों की दीवारों पर उकेरी गई कहानियाँ, थार के व्यापारिक और सांस्कृतिक इतिहास की झलक देती हैं।

थार रेगिस्तान की यात्रा सिर्फ एक पर्यटक स्थल पर जाने की बात नहीं, बल्कि यह एक अनुभवात्मक यात्रा है – जहां प्रकृति, संस्कृति, इतिहास और रोमांच एक साथ मिलते हैं। ऊँट सफारी से लेकर डेजर्ट कैंपिंग, जीप सफारी से लेकर लोकनृत्य और ऐतिहासिक हवेलियों तक, यहां हर कदम पर आपको एक नया अनुभव मिलेगा। अगर आप अपने जीवन में कुछ अलग, रोमांचक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध देखना चाहते हैं, तो थार रेगिस्तान आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है।तो अगली बार जब भी राजस्थान जाएं, थार की इन 5 गतिविधियों को अपनी यात्रा में जरूर शामिल करें – यकीन मानिए, यह सफर आपकी स्मृतियों में हमेशा के लिए बस जाएगा।

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