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रणथंभौर में वाइल्डलाइफ सफारी का बना रहे है प्लान, तो वीडियो में जानिए 7 ऐसी जगहें जो आपके ट्रिप को बना देंगी और भी मजेदार 

रणथंभौर में वाइल्डलाइफ सफारी का बना रहे है प्लान, तो वीडियो में जानिए 7 ऐसी जगहें जो आपके ट्रिप को बना देंगी और भी मजेदार 

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान न केवल बाघों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह उन लोगों के लिए भी किसी स्वर्ग से कम नहीं जो प्रकृति, इतिहास और संस्कृति का समागम एक साथ अनुभव करना चाहते हैं। रणथंभौर सफारी हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती है, लेकिन यहां का असली आनंद तभी आता है जब आप जंगल सफारी के साथ-साथ आसपास की दूसरी खूबसूरत और ऐतिहासिक जगहों की भी सैर करें। इस लेख में हम आपको बताएंगे रणथंभौर टूर के दौरान किन-किन प्रमुख स्थलों को जरूर देखना चाहिए।

1. रणथंभौर किला – इतिहास की गवाही देता किला

रणथंभौर नेशनल पार्क के भीतर स्थित रणथंभौर किला यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स में से एक है। 10वीं सदी में निर्मित यह किला कई राजवंशों का गवाह रहा है। किले से पार्क का दृश्य बेहद रोमांचकारी होता है, और यहां की वास्तुकला राजपूत वीरता की याद दिलाती है। किले के भीतर गणेश मंदिर, जैन मंदिर और महादेव मंदिर भी हैं, जो धार्मिक दृष्टिकोण से भी खास हैं।

2. त्रिनेत्र गणेश मंदिर – हर शुभ कार्य से पहले दर्शन

रणथंभौर किले के भीतर स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर का बहुत धार्मिक महत्त्व है। यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहां भगवान गणेश अपने पूरे परिवार—पत्नी रिद्धि-सिद्धि और पुत्र शुभ-लाभ के साथ विराजमान हैं। हर दिन हजारों श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामनाएं लेकर पहुंचते हैं। खास बात यह है कि यहां अब भी लोग चिठ्ठियों के जरिए गणेश जी को निमंत्रण भेजते हैं।

3. पद्म झील – प्रकृति प्रेमियों के लिए जन्नत

रणथंभौर नेशनल पार्क के अंदर स्थित पद्म झील (Padam Talao) यहां की सबसे बड़ी झील है। यह न केवल वन्यजीवों के लिए जल का प्रमुख स्रोत है, बल्कि यहाँ की खूबसूरती और शांत वातावरण भी लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता है। आप यहां चीतल, सांभर, मगरमच्छ और बाघों को पानी पीते या विश्राम करते देख सकते हैं।

4. सूरवाल झील – बर्ड वॉचर्स के लिए स्वर्ग

अगर आप पक्षी प्रेमी हैं, तो रणथंभौर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित सूरवाल झील अवश्य जाएं। यह जगह प्रवासी पक्षियों के लिए एक अहम पड़ाव है। सर्दियों के दौरान यहां साइबेरियन पक्षियों से लेकर रंग-बिरंगे फ्लेमिंगोज़ तक का दीदार हो सकता है। सूरज की रोशनी में झील की चमक और उसमें उड़ते पक्षियों का नजारा बेहद आकर्षक होता है।

5. कचिद घाटी – एडवेंचर और शांति का मेल

रणथंभौर के आसपास स्थित कचिद घाटी उन लोगों के लिए है जो प्रकृति की गोद में कुछ पल शांति से बिताना चाहते हैं। यह घाटी हरे-भरे पेड़ों, घुमावदार रास्तों और खूबसूरत चट्टानों से सजी हुई है। यहां तेंदुए, भालू और अन्य दुर्लभ वन्य जीवों के दर्शन हो सकते हैं। आप चाहें तो यहां ट्रेकिंग का आनंद भी ले सकते हैं।

6. जोगी महल – प्रकृति और विरासत का सुंदर मिलन

पद्म झील के किनारे स्थित जोगी महल किसी समय में राजाओं का विश्रामगृह था। हालांकि अब यह बंद है, लेकिन इसकी शानदार इमारत और लोकेशन आज भी पर्यटकों को आकर्षित करती है। इसकी छाया झील के जल में पड़ती है और वह दृश्य एक तस्वीर की तरह मन में बस जाता है।

7. मालिक तालाब और राजबाग तालाब – रोमांच और सौंदर्य का अनुभव

इन दोनों तालाबों की गिनती रणथंभौर के सबसे लोकप्रिय स्पॉट्स में होती है। ये न केवल वन्यजीवों के लिए जल स्रोत हैं, बल्कि यहाँ पर बाघों का दीदार होने की संभावना सबसे अधिक रहती है। इन तालाबों के आसपास की हरियाली और खुला वातावरण मानसिक शांति प्रदान करता है।

रणथंभौर सफारी का अनुभव निश्चित ही रोमांचक होता है, लेकिन जब आप उसके साथ इन ऐतिहासिक, धार्मिक और प्राकृतिक स्थलों का दीदार करते हैं, तो आपकी यात्रा और भी यादगार बन जाती है। जंगल की गूंज, किले की कहानियां, मंदिर की घंटियां और झील की शांति—ये सभी मिलकर रणथंभौर को एक सम्पूर्ण पर्यटन स्थल बना देते हैं।

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