ट्रेन में सफर करने के है शौक़ीन तो इन रूट्स की जरूर करे सैर, देखने को मिलेगा स्वर्ग से भी सुन्दर नजारा
ट्रेन के सफ़र का अपना ही मज़ा है। बचपन में रास्ते में छूटे जंगल, पहाड़, पेड़-पौधे, खेत, घर और इमारतें देखने का शौक़ था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोग सिर्फ़ इन खूबसूरत नज़ारों को देखने के लिए ही ट्रेन से सफ़र करते हैं। जिसमें बैठकर आप न सिर्फ़ अपनी मंज़िल तक पहुँचने का आनंद ले पाएँगे, बल्कि रास्ते में दिखने वाले अद्भुत नज़ारे यादगार बन जाएँगे। तो ज़िंदगी में कभी मौका मिले तो इन ट्रेन सफ़रों का लुत्फ़ ज़रूर उठाएँ।

कालका से शिमला
हिमालय की रानी के नाम से मशहूर इस ट्रेन की खासियत इसके नज़ारे हैं। यह टॉय ट्रेन सफ़र कुल 5 घंटे का होता है। जिसमें यह लगभग 96 किलोमीटर की दूरी तय करती है। इस ट्रेन में बैठकर आप पहाड़ों पर चीड़, आक जैसे पेड़ों को देखने का आनंद ले सकते हैं। साथ ही, यह लगभग 102 सुरंगों और 82 पुलों से होकर गुज़रती है। जिस पर बैठकर आप अपने बचपन में कहीं खो जाएँगे। यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल, ज़िंदगी में एक बार इस सफ़र का आनंद ज़रूर लें।

दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे
जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग जाने वाली ट्रेन में बैठिए और खूबसूरत नज़ारों का आनंद लीजिए। यह टॉय ट्रेन हिमालय के खूबसूरत पहाड़ों का सफ़र दिखाती है। इस ट्रेन में बैठकर आप चाय के बागानों की खुशबू का भी आनंद ले सकते हैं। यह टॉय ट्रेन यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में भी शामिल है।

वास्को द गामा से लोंडा
गोवा के वास्को द गामा से कर्नाटक के लोंडा रेलवे स्टेशन तक ट्रेन का सफ़र भी बेहद ख़ास है। इस ट्रेन में बैठकर आप गोवा के खूबसूरत गाँवों के नज़ारे का आनंद ले सकते हैं। इस ट्रेन में बैठकर पश्चिमी घाट से लेकर झरनों तक के नज़ारे देखे जा सकते हैं। मानसून के बाद इस ट्रेन में सफ़र करना सबसे अच्छा रहेगा। इस मौसम में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नज़र आती है।

मुंबई से गोवा
मुंबई की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और गोवा के समुद्र तट पर आराम करते लोग। अलग-अलग मिज़ाज़ वाली इन दोनों जगहों के बीच की दूरी तय करने के लिए ट्रेन का सफ़र यादगार हो सकता है। मुंबई से गोवा जाने वाली ट्रेन में आपको एक तरफ सह्याद्री पहाड़ियाँ और दूसरी तरफ अरब सागर देखने को मिलेगा। 92 सुरंगों और 2000 पुलों से गुज़रती ट्रेन यात्रा जीवन में कम से कम एक बार ज़रूर करें।

कन्याकुमारी से त्रिवेंद्रम
कन्याकुमारी से त्रिवेंद्रम तक की ट्रेन यात्रा काफ़ी छोटी है, लेकिन यहाँ आपको प्रकृति की खूबसूरती के साथ-साथ खूबसूरत झरने भी देखने को मिलेंगे। तो एक बार इस रूट पर ट्रेन यात्रा ज़रूर करें।

