दिल्ली और जयपुर से सरिस्का टाइगर रिज़र्व कैसे पहुंचे ? सफारी बुकिंग से लेकर बेस्ट ज़ोन तक वीडियो में जानिए हर जानकारी

राजस्थान के अलवर जिले में अरावली की पहाड़ियों के बीच बसा सरिस्का टाइगर रिज़र्व प्रकृति प्रेमियों, वन्यजीव फोटोग्राफरों और रोमांच के शौकीनों के लिए एक स्वर्ग है। यह भारत के उन चुनिंदा राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है जहाँ बाघों को खुले जंगल में देखने का रोमांच लोगों को बार-बार खींच लाता है। लेकिन सरिस्का सिर्फ बाघों के लिए ही प्रसिद्ध नहीं है, बल्कि इसकी ऐतिहासिक विरासत, जैव विविधता और सहज पहुंच इसे और भी खास बनाती है। अगर आप भी सरिस्का सफारी की योजना बना रहे हैं, तो जानिए यहाँ कैसे पहुंचा जाए और कौन-सा ज़ोन सफारी के लिए सबसे बेहतर रहेगा।
सरिस्का टाइगर रिज़र्व: एक संक्षिप्त परिचय
सरिस्का टाइगर रिज़र्व की स्थापना 1955 में एक वन्यजीव अभयारण्य के रूप में हुई थी और 1978 में इसे प्रोजेक्ट टाइगर के तहत ‘टाइगर रिज़र्व’ का दर्जा दिया गया। यह रिज़र्व लगभग 866 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें सूखा पर्णपाती वन, घास के मैदान, चट्टानी पहाड़ियाँ और जलाशय शामिल हैं। यहाँ बाघों के अलावा तेंदुआ, सियार, जंगली सूअर, सांभर, चीतल, नीलगाय और कई प्रकार की पक्षियों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं।
सरिस्का कैसे पहुंचे?
सरिस्का टाइगर रिज़र्व तक पहुँचना काफी सुविधाजनक है। यह दिल्ली, जयपुर और अलवर से अच्छे रोड और रेल नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
1. सड़क मार्ग (By Road):
सरिस्का तक सड़क के रास्ते पहुँचना सबसे सरल और रोमांचक तरीका है।
दिल्ली से दूरी: लगभग 200 किलोमीटर (4-5 घंटे)
जयपुर से दूरी: लगभग 110 किलोमीटर (2.5-3 घंटे)
अलवर से दूरी: लगभग 37 किलोमीटर (1 घंटे से कम)
आप अपनी निजी कार या टैक्सी के जरिए अलवर होते हुए सरिस्का पहुँच सकते हैं। अलवर से सरिस्का के लिए लोकल टैक्सी और ऑटो भी उपलब्ध होते हैं।
2. रेल मार्ग (By Train):
निकटतम रेलवे स्टेशन अलवर जंक्शन है, जो देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, जयपुर, कोटा, आगरा और मुंबई से यहाँ तक नियमित ट्रेनें चलती हैं।
अलवर रेलवे स्टेशन से सरिस्का तक टैक्सी या लोकल बस के माध्यम से पहुँचा जा सकता है।
3. वायुमार्ग (By Air):
सरिस्का के सबसे नजदीक एयरपोर्ट जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जो लगभग 110 किलोमीटर दूर है। एयरपोर्ट से टैक्सी या कैब बुक करके आप सीधे सरिस्का पहुँच सकते हैं।
सरिस्का सफारी के लिए बेस्ट जोन कौन-सा है?
सरिस्का टाइगर रिज़र्व को मुख्य रूप से 4 ज़ोन में बाँटा गया है – Zone 1 (Balta), Zone 2 (Kali Ghati), Zone 3 (Slopka), और Zone 4 (Tehla)। हर जोन की अपनी विशेषताएँ हैं, लेकिन बाघ दर्शन और विविधता के लिहाज से कुछ ज़ोन अधिक प्रसिद्ध हैं।
1. Zone 1 – Balta Gate (सरिस्का गेट)
यह मुख्य एंट्री पॉइंट है और यहाँ से अधिकतर सफारी प्रारंभ होती हैं।
इस जोन में बाघों की उपस्थिति अच्छी है और यहाँ पांडुपोल हनुमान मंदिर भी स्थित है।
यहाँ नीलगाय, सांभर, चीतल और कई पक्षी आसानी से देखे जा सकते हैं।
2. Zone 2 – Kali Ghati
यह ज़ोन बाघ दर्शन के लिए सबसे बेहतर माना जाता है।
यहाँ बाघों के अलावा तेंदुए और भालू भी देखने को मिलते हैं।
ट्रैक ऊबड़-खाबड़ है लेकिन रोमांच से भरपूर।
3. Zone 3 – Slopka
इस ज़ोन में कम भीड़ होती है और यह फोटोग्राफी के लिए बेहतर रहता है।
पक्षियों की कई दुर्लभ प्रजातियाँ यहाँ दिखती हैं।
4. Zone 4 – Tehla Gate
यह सरिस्का का अपेक्षाकृत नया और शांत ज़ोन है।
यहाँ से जंगल का अलग रूप देखने को मिलता है
जंगल सफारी के साथ-साथ यहाँ के पहाड़ी दृश्य बेहद मनोहारी होते हैं।
नोट: सफारी के लिए सुबह और शाम दो टाइम स्लॉट होते हैं –
सुबह: 6:00 AM – 9:30 AM
शाम: 3:00 PM – 6:30 PM
आपको बुकिंग राजस्थान फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की वेबसाइट या अधिकृत एजेंसियों के माध्यम से करनी चाहिए।
कब जाएं सरिस्का?
सरिस्का घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है, जब मौसम सुहावना होता है और वन्यजीवों को देखना आसान होता है। गर्मियों (अप्रैल-जून) में बाघों की साइटिंग अधिक होती है क्योंकि वे जल स्रोतों के आसपास दिखाई देते हैं, लेकिन गर्मी अधिक होती है।
मानसून सीजन (जुलाई-सितंबर) में रिज़र्व आमतौर पर बंद रहता है।
यात्रा के लिए सुझाव और सावधानियाँ
सफारी के समय शांत रहें और जंगल के नियमों का पालन करें।
कैमरा और दूरबीन साथ रखें।
जानवरों को न छेड़ें और ना ही आवाज़ें निकालें।
कैश और पहचान पत्र साथ रखें।
ऑनलाइन बुकिंग पहले से करें, खासकर सप्ताहांत या छुट्टियों में।
सरिस्का टाइगर रिज़र्व सिर्फ एक सफारी स्थल नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है जहाँ प्रकृति, इतिहास और रोमांच एक साथ मिलते हैं। अगर आप भी बाघों की दहाड़ को सुनने और जंगल की रहस्यमयी शांति में खोने का सपना देख रहे हैं, तो सरिस्का आपके लिए परफेक्ट जगह है। सही ज़ोन का चुनाव और थोड़ी सी योजना बना कर आप इस यात्रा को यादगार बना सकते हैं।