डेजर्ट नेशनल पार्क जैसलमेर! थार के दिल में बसा एक अनोखा राष्ट्रीय उद्यान जहां रेत के बीच पलता है जीवन, वीडियो में करे वर्चुअल सैर

राजस्थान के पश्चिमी छोर पर बसे रेगिस्तानी शहर जैसलमेर की पहचान जहां एक ओर उसकी पीली रेत और सुनहरे किलों से होती है, वहीं दूसरी ओर यहां का डेजर्ट नेशनल पार्क (Desert National Park) पर्यावरण प्रेमियों, पक्षी विशेषज्ञों और साहसिक यात्रियों के लिए एक बेहद खास अनुभव बनकर उभरता है। यह राष्ट्रीय उद्यान न सिर्फ थार के विशाल रेगिस्तान का परिचय कराता है, बल्कि एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र प्रस्तुत करता है जो अपने आप में बेहद अनोखा और चुनौतीपूर्ण है।
रेगिस्तान में फैला जीवन का संसार
डेजर्ट नेशनल पार्क जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में फैला हुआ है और इसकी कुल क्षेत्रफल लगभग 3162 वर्ग किलोमीटर है। यह पार्क थार मरुस्थल की विशिष्ट जलवायु, भूमि और पारिस्थितिकी को दर्शाता है, जहां जीवन बेहद कठिन परिस्थितियों में भी खिलता है। इस पार्क की सबसे अनूठी विशेषता यह है कि यहां की ज़मीन में रेत के टीलों के अलावा चट्टानी सतह, नमकीन झीलें (salt lakes), पत्थरदार मैदान और फॉसिल बेड (Fossil Beds) भी मौजूद हैं, जो इसे जैव विविधता की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध बनाते हैं।
ग्रेट इंडियन बस्टर्ड का आश्रय
डेजर्ट नेशनल पार्क को सबसे ज़्यादा प्रसिद्धि ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (Godawan) के लिए मिली है, जो कि भारत का एक संकटग्रस्त पक्षी है और अब बहुत ही कम संख्या में बचा है। यह पक्षी उड़ने में सक्षम होते हुए भी ज़्यादातर समय ज़मीन पर ही व्यतीत करता है। इसकी ऊंचाई लगभग 1 मीटर होती है और यह खुले मैदानों में घूमता है। यह पक्षी पर्यावरणीय संतुलन के लिए बेहद जरूरी माना जाता है और डेजर्ट नेशनल पार्क इसके संरक्षण का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।यहां आने वाले पर्यटकों के लिए ग्रेट इंडियन बस्टर्ड को खुले में देख पाना एक दुर्लभ लेकिन अविस्मरणीय अनुभव होता है। इसके अलावा यहां बाज, चील, गिद्ध, शॉर्ट-टो ईगल, हर्नियर और अन्य रेगिस्तानी पक्षियों की भी भरपूर संख्या देखने को मिलती है, जो पक्षी प्रेमियों के लिए इसे स्वर्ग बना देती है।
जीव-जंतुओं की विविधता
रेगिस्तान में जीवन कठिन ज़रूर है, लेकिन डेजर्ट नेशनल पार्क इस बात का प्रमाण है कि प्रकृति किसी भी परिस्थिति में सामंजस्य बिठा सकती है। यहां पाए जाने वाले जीवों में ब्लैकबक, चिंकारा, डेजर्ट फॉक्स, बंगाल मॉनिटर लिज़र्ड, इंडियन स्पाइनी टेल लिज़र्ड, और कई प्रजातियों के सरीसृप शामिल हैं। रात्रि के समय यहां की सफारी में जंगली बिल्ली (Desert Cat) और हेजहॉग जैसे दुर्लभ जीव भी देखने को मिलते हैं।
फॉसिल और भूगर्भीय महत्व
पार्क का एक और खास पहलू है इसका फॉसिल रिच ज़ोन, जहां वैज्ञानिकों को 180 मिलियन साल पुराने पेड़-पौधों और जानवरों के जीवाश्म मिले हैं। यहां मौजूद अकाल वुड फॉसिल पार्क (Akal Wood Fossil Park) में लकड़ी के जीवाश्म देखने को मिलते हैं, जो यह सिद्ध करते हैं कि यह इलाका कभी घने जंगलों से ढंका हुआ था। यह भूवैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण स्थल है।
पर्यटन और सफारी अनुभव
डेजर्ट नेशनल पार्क में पर्यटकों के लिए जीप सफारी और ऊंट सफारी की विशेष व्यवस्था है। विशेषकर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय की सफारी में जब सूर्य की किरणें रेत पर पड़ती हैं, तब यह दृश्य स्वर्णिम हो उठता है। कई बार पक्षियों के झुंड और दौड़ते चिंकारा इस अनुभव को और भी रोमांचक बना देते हैं।इसके अलावा यहां पर्यटकों के लिए संपर्क केंद्र और गाइड्स की सहायता भी मिलती है जो वन्यजीवन, पक्षियों और पारिस्थितिकी के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। नवंबर से फरवरी के बीच का समय डेजर्ट नेशनल पार्क घूमने के लिए सबसे उपयुक्त होता है, जब तापमान सामान्य होता है और प्रवासी पक्षी भी इस क्षेत्र में आते हैं।
संरक्षण की चुनौतियां
जहां एक ओर डेजर्ट नेशनल पार्क जैव विविधता को संजोए हुए है, वहीं दूसरी ओर यह कई चुनौतियों का भी सामना कर रहा है। जलवायु परिवर्तन, अत्यधिक चारागाही, मानव अतिक्रमण और अनियंत्रित पर्यटन गतिविधियां यहां के पारिस्थितिकी तंत्र के लिए खतरा बन रही हैं। विशेष रूप से ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है क्योंकि यह प्रजाति विलुप्त होने के कगार पर है।