
खजुराहो एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है जो अपने स्मारकों और अद्भुत वास्तुकला के लिए जाना जाता है। यह मध्य प्रदेश के सबसे लोकप्रिय ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। आपको बता दें कि खजुराहो के मंदिरों का निर्माण चंदेल राजाओं ने 950 से 1050 के बीच करवाया था।
भीमबेटका का पुरापाषाणकालीन पुरातात्विक स्थल मध्य प्रदेश राज्य की राजधानी भोपाल से लगभग 46 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। यहां की सात पहाड़ियों में से एक भीमबेटका पहाड़ी पर लगभग 10 किमी के क्षेत्र में फैली 750 से अधिक शैलाश्रय पाए गए हैं। यहां मानव जीवन की उत्पत्ति के निशान दर्शाने वाली छवियां हैं, जिनमें सबसे पुरानी पेंटिंग लगभग 30,000 वर्ष पुरानी मानी जाती हैं।
भेड़ाघाट एक अविस्मरणीय पर्यटन स्थल है। यहाँ के निकट ही भारत के पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित चौसठ योगिनी मंदिर है। नर्मदा नदी के तट पर एक झरना है जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर 100 फीट ऊंची संगमरमर की चट्टानें भेड़ाघाट की सबसे बड़ी विशेषता हैं।
सांची स्तूप भोपाल शहर से 46 किमी दूर सांची में एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। सांची के बौद्ध स्मारकों में, इसे भारत में स्थित सबसे पुरानी पत्थर की संरचनाओं में से एक माना जाता है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित इस स्तूप की स्थापना मौर्य सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में की थी।
घने पहाड़ी जंगलों से भरे इस राष्ट्रीय उद्यान में कई नदियां और झरने हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। सतपुड़ा भारत के संरक्षित वनों में से एक है जहां पर्यटकों को घूमने की अनुमति है। पार्क में साइकिलिंग, जीप सफारी, नाइट सफारी और कैनो सफारी शामिल हैं।