विजय स्तम्भ के अंदर 9 मंज़िलें या 9 रहस्यमयी दरवाज़े? यहां जानिए क्या है पूरा सच

राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित विजय स्तम्भ सिर्फ एक ऐतिहासिक स्मारक नहीं, बल्कि रहस्य, वीरता और स्थापत्य कला का अद्भुत संगम है। यह 15वीं सदी में राणा कुंभा द्वारा मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी पर विजय की याद में बनवाया गया था। लेकिन आज भी लोग इस स्तम्भ को लेकर एक सवाल जरूर पूछते हैं – क्या विजय स्तम्भ में 9 मंज़िलें हैं या ये 9 रहस्यमयी दरवाज़ों का रहस्य है?
विजय स्तम्भ की संरचना: ऐतिहासिक सच
विजय स्तम्भ कुल मिलाकर 9 मंज़िला इमारत है, जिसकी ऊंचाई लगभग 37 मीटर (122 फीट) है। यह बलुआ पत्थर से निर्मित है और इसकी दीवारों पर देवी-देवताओं, राजाओं, युद्धों, और धर्म ग्रंथों की सुंदर नक्काशी की गई है। अंदर चढ़ने के लिए एक संकरी घुमावदार सीढ़ी है जिसमें लगभग 157 सीढ़ियां हैं।
हर मंज़िल पर एक छोटा-सा द्वार या खिड़कीनुमा प्रवेशद्वार बना है, जिसे लोग अक्सर "रहस्यमयी दरवाज़ा" समझ बैठते हैं। इन दरवाज़ों के पीछे कोई गुप्त सुरंग या भूतिया रहस्य नहीं है – बल्कि ये प्राकृतिक प्रकाश और हवा के लिए बनाए गए वेंटिलेशन पॉइंट्स हैं।
रहस्यमयी दरवाज़ों की कहानियाँ कैसे शुरू हुईं?
स्थानीय लोककथाओं और कुछ वायरल वीडियो की वजह से यह अफवाह फैली कि विजय स्तम्भ में 9 रहस्यमयी दरवाज़े हैं, जो किसी गुप्त तहखाने या प्राचीन सुरंग की ओर जाते हैं। कहा जाता है कि कुछ दरवाज़े आज भी "बंद" हैं और उनमें से कभी-कभी अजीब आवाज़ें आती हैं। लेकिन पुरातत्व विभाग ने ऐसे किसी रहस्य या सुरंग की पुष्टि नहीं की है।
क्या है अंदर का अनुभव?
विजय स्तम्भ के अंदर चढ़ना अपने आप में एक रोमांचकारी अनुभव है। संकरी सीढ़ियों से गुजरते हुए जब आप ऊपर चढ़ते हैं, तो हर मंज़िल पर एक छोटा सा "कमरा" आता है, जिसमें खिड़कियां या छोटे द्वार हैं। ऊपरी मंज़िल से पूरा चित्तौड़गढ़ किला दिखाई देता है। लेकिन कुछ पर्यटकों ने ये भी बताया है कि अंदर घुटन, अजीब सी ठंडक और सन्नाटा महसूस होता है – जिससे "रहस्य" की कल्पना और गहरा हो जाता है।
वैज्ञानिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण
इतिहासकारों का कहना है कि ये 9 मंज़िलें धार्मिक और विजय की प्रतीकात्मकता को दर्शाती हैं। हर मंज़िल एक स्तर है – आत्मा की ऊंचाई या आत्म-प्राप्ति की ओर। वहीं, जो रहस्यमयी दरवाज़े माने जाते हैं, वे सिर्फ डिज़ाइन का हिस्सा हैं, न कि कोई गुप्त रास्ता।
निष्कर्ष
तो क्या विजय स्तम्भ में 9 रहस्यमयी दरवाज़े हैं? नहीं, ये दरअसल 9 मंज़िलें हैं, और हर एक का अपना ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व है। लेकिन जब आप अंदर जाते हैं, तो उसकी रहस्यमयी बनावट, घुमावदार रास्ते और पुराना माहौल ऐसा असर जरूर छोड़ते हैं कि लगता है – यहां कुछ तो रहस्य जरूर छिपा है।