वायरल डॉक्यूमेंट्री में देखे उदयपुर सिटी पैलेस के वो 6 प्रमुख स्थल, जिन्हें देखने हर साल लाखों की संख्या में आते है सैलानी

राजस्थान की शाही विरासत का जीता-जागता उदाहरण है उदयपुर सिटी पैलेस, जो पिछोला झील के किनारे स्थित है। यह भव्य महल न केवल स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है, बल्कि राजपूतों के वैभव, संस्कृति और इतिहास को भी संजोए हुए है। सिटी पैलेस का हर हिस्सा देखने लायक है, लेकिन कुछ स्थान ऐसे हैं जो पर्यटकों को खास तौर पर आकर्षित करते हैं। आइए जानते हैं उन प्रमुख स्थलों के बारे में जो इस महल को पर्यटन के नक्शे पर खास बनाते हैं।
1. मोती महल – शाही चमक-दमक की असली झलक
सिटी पैलेस के भीतर स्थित मोती महल, राजा-महाराजाओं की जीवनशैली का प्रतीक है। यहां के भित्ति चित्र, कांच और दर्पण की नक्काशी देखने लायक होती है। इस कक्ष का प्रयोग कभी दरबार और महत्वपूर्ण बैठकों के लिए किया जाता था। इसकी दीवारों पर लगे झूमर और सजावटी आइटम्स आज भी दर्शकों को शाही युग की सैर कराते हैं।
2. कृष्णा विलास – चित्रकला प्रेमियों का स्वर्ग
कृष्णा विलास उन लोगों के लिए किसी खजाने से कम नहीं, जो राजस्थानी चित्रकला और पेंटिंग्स में रुचि रखते हैं। यहां मेवाड़ रियासत की रानियों के जीवन से जुड़ी कई चित्रकृतियाँ देखने को मिलती हैं। खास बात यह है कि यहां की हर पेंटिंग एक कहानी कहती है – प्रेम, युद्ध, लोक जीवन या त्यौहारों की।
3. शीश महल – रोशनी और कला का अनोखा संगम
शीश महल, जैसा कि नाम से जाहिर है, पूरी तरह से कांच और दर्पण से सजा हुआ है। जब रोशनी इन दर्पणों से टकराती है, तो पूरा कमरा एक अद्भुत आभा से भर जाता है। रात में दीयों या हल्की रोशनी में शीश महल का नज़ारा एक सपने जैसा लगता है। यही वजह है कि यह हिस्सा खासतौर पर सेल्फी और फोटोग्राफी के शौकीनों को खूब भाता है।
4. द्वारिकाजी की हवेली – धार्मिक आस्था और वास्तुकला का संगम
द्वारिकाजी की हवेली भगवान कृष्ण को समर्पित है और इसका निर्माण खास धार्मिक महत्व को ध्यान में रखकर किया गया था। हवेली की दीवारों पर उकेरी गई मूर्तियां और सजावटी नक्काशी इस हिस्से को सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बनाती हैं। यहां की शांत वातावरण पर्यटकों को आध्यात्मिक रूप से जोड़ता है।
5. जेनाना महल – रानियों की शाही रहन-सहन की झलक
जेनाना महल यानी महिलाओं का महल, जहां रानियों और राजकुमारियों का निवास हुआ करता था। यह भाग पूरी तरह से निजता और सुरक्षा को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया था। इसमें संकरी गलियाँ, पर्दों वाले झरोखे और निजी बाग-बगीचे शामिल हैं। आज भी इसकी भव्यता, उस समय की महिलाओं के राजसी जीवन की गवाही देती है।
6. अमर विलास – उद्यानों और झील के बीच बसा स्वर्ग
सिटी पैलेस के सबसे ऊंचे हिस्से में बना अमर विलास, एक सुंदर बगीचा है जो झील और आसपास की पहाड़ियों का विहंगम दृश्य प्रस्तुत करता है। यहां संगमरमर की छतरियाँ, फव्वारे और कमल के फूलों वाले कुंड पर्यटकों को शांति और सुकून का अनुभव देते हैं। यह स्थान सूर्यास्त देखने के लिए खास पसंद किया जाता है।