Indira Raje Death Anniversary पुण्यतिथि के मौके पर जानें उस रानी के बारे में जिसने सैंडल में जड़वाए हीरे-मोती, शिफॉन और सिल्क की साड़ियों को बनाया फैशन
इतिहास न्यूज डेस्क !!! इंदिरा राजे अथवा 'इंदिरा देवी' (अंग्रेज़ी: Indira Raje, जन्म- 19 फ़रवरी, 1892; मृत्यु- 6 सितंबर, 1968) बड़ौदा की राजकुमारी थीं। इनके पिता सयाजी गायकवाड़ और माँ महारानी चिमनी बाई थीं। इंदिरा राजे देश की खूबसूरत रानी थीं. उन्हें इंदिरा देवी भी कहा जाता था। उनका जन्म बड़ौदा के प्रसिद्ध शाही परिवार में हुआ था। उनकी खूबसूरती और अदाओं के चर्चे आज भी होते हैं और अब भी उनके कई किस्से सुनाए जाते हैं। उनका जन्म 19 फरवरी 1892 को बड़ौदा में हुआ था। 06 सितम्बर 1968 को 76 वर्ष की आयु में मुम्बई में उनका निधन हो गया। कहा जाता है कि वह अपने समय से हर तरह से आगे थीं. ये बात उन्होंने लगातार साबित की.
वह आश्चर्यजनक रूप से सुंदर और बहुत फैशनेबल थी। उन्होंने एक प्रसिद्ध इतालवी जूता निर्माता को 100 जोड़ी जूते बनाने का आदेश दिया, जिनमें से कुछ हीरे और कीमती पत्थरों से जड़े हुए थे। महारानी इंदिरा देवी इतनी खूबसूरत थीं कि अपने समय में उन्हें देश की सबसे खूबसूरत महिला माना जाता था। वह जयपुर की महारानी गायत्री देवी की मां थीं। रानी को सजने-संवरने का बहुत शौक था. वह लगातार विदेशी फैशन के संपर्क में रहीं। रानी को जुए की लत थी। कई हॉलीवुड सितारे रानी के अच्छे दोस्त थे, जिनमें से कई उनकी पार्टियों में शामिल होते थे। उन्होंने इटालियन कंपनी को 100 जोड़ी जूते बनाने का ऑर्डर दिया। उसका नाम साल्वाटोर फेरोगेमो था। यह कंपनी 20वीं सदी की सबसे मशहूर डिजाइनर कंपनी मानी जाती थी। आज भी इस कंपनी के लग्जरी शोरूम पूरी दुनिया में हैं।
- इंदिरा राजे का विवाह कूचबिहार के राजकुमार जितेन्द्र नारायण से हुआ। जिनसे वह दिल्ली दरबार में मिली थीं।
- जितेन्द्र नारायण से विवाह करने के लिए उन्होंने ग्वालियर के महाराज माधोराव सिंधिया से अपनी सगाई तोड़ दी थी। उन्होंने 18 वर्ष की उम्र में यह साहसिक कदम उठाया था।[1]
- सगाई टूटने के पश्चात इंदिरा राजे के माता-पिता ने उन्हें भारत छोड़कर लंदन जाकर जितेन्द्र नारायण से विवाह करने की अनुमति दे दी।
- इंदिरा राजे ने अपने जीवन में कई त्रासदियों का सामना किया।
- महारानी गायत्री देवी इन्हीं की पुत्री थीं।
- इंदिरा राजे ने अपने जीवन का अंतिम समय मुंबई में बिताया।
- 6 सितंबर, 1968 में इंदिरा राजे की मृत्यु हुई।