केजरीवाल और भगवंत मान के खिलाफ भी दर्ज होनी चाहिए एफआईआर : परगट सिंह
मोहाली, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। पंजाब में कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद मामला गरमा गया है। पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने एफआईआर पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की एफआईआर तो केजरीवाल और भगवंत मान पर भी होनी चाहिए।
कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "जिस तरह से प्रताप सिंह बाजवा पर एफआईआर की गई है, इस तरीके की 100 एफआईआर भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल पर होनी चाहिए, क्योंकि उनकी तरफ से भी गलत जानकारियां दी गई हैं। दिल्ली चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था कि हमारे पानी में जहर घोल दिया गया है। जब चुनाव आयोग ने इस मामले पर नोटिस जारी किया तो उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी।"
उन्होंने आगे कहा, "इस तरह की एफआईआर पहले भी दर्ज की गई हैं। भारत भूषण आशु, किक्की ढिल्लों और सुखपाल सिंह खैरा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन उनका क्या रहा? मुझे लगता है कि यह एफआईआर भी लोटस ऑपरेशन की तरह है, क्योंकि उनके ही विधायक ने बयान दिया था कि 25-25 करोड़ रुपए ऑफर किए गए थे। इसका कोई फायदा नहीं होगा। मैं कहूंगा कि अगर भगवंत मान बीजेपी या किसी से भी मिलकर ऐसी बातें करते हैं तो अच्छा नहीं होगा। जनता किसी को माफ नहीं करती है।"
दरअसल, प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ 32 बम वाले बयान के बाद मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए बाजवा ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का रुख किया है।
इससे पहले पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा, "आप जानते हैं कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने किस तरह से प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ अनुचित तरीके से मामला दर्ज किया है, जो बदले की राजनीति के संकेत देता है। वह अदालत में पेश हुए और हम देखेंगे कि आगे क्या होता है।"
उन्होंने कहा कि बाजवा के पिता की हत्या हो चुकी है और खुद उन पर भी हमले हो चुके हैं। ऐसे में अगर उन्होंने किसी संभावित खतरे की बात की है तो उसमें कुछ भी अस्वाभाविक नहीं है।
--आईएएनएस
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