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योग महाकुंभ : स्वास्थ्य और योग का भव्य उत्सव

नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। आयुष मंत्रालय, मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) और हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के सहयोग से योग महाकुंभ 2025 का आयोजन करने जा रहा है। यह तीन दिवसीय आयोजन 18 से 21 जून 2025 तक चलेगा। यह कार्यक्रम योग, स्वास्थ्य और समग्र जीवन को समर्पित एक भव्य उत्सव होगा, जो लोगों को शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए प्रेरित करेगा।
योग महाकुंभ : स्वास्थ्य और योग का भव्य उत्सव

नई दिल्ली, 18 जून (आईएएनएस)। आयुष मंत्रालय, मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) और हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट के सहयोग से योग महाकुंभ 2025 का आयोजन करने जा रहा है। यह तीन दिवसीय आयोजन 18 से 21 जून 2025 तक चलेगा। यह कार्यक्रम योग, स्वास्थ्य और समग्र जीवन को समर्पित एक भव्य उत्सव होगा, जो लोगों को शारीरिक और मानसिक कल्याण के लिए प्रेरित करेगा।

इसका उद्देश्य योग की भावना को बढ़ावा देना और आंतरिक स्वास्थ्य के साथ पर्यावरणीय सामंजस्य को जोड़ना है।

इस महाकुंभ का उद्घाटन सत्र 18 जून 2025 को नई दिल्ली के आरके पुरम में स्थित हार्टफुलनेस मेडिटेशन सेंटर में होगा। यह आयोजन सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए खुला रहेगा। इसमें कई रोचक और शिक्षाप्रद गतिविधियां होंगी, जो योग और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद करेंगी।

आयुष मंत्रालय ने सभी नागरिकों से इस अनूठी पहल का हिस्सा बनने और योग के लाभों को अनुभव करने की अपील की है। योग महाकुंभ में विशेषज्ञों द्वारा संचालित योग और ध्यान सत्र होंगे, जो हर स्तर के प्रतिभागियों के लिए उपयुक्त होंगे।

इसके अलावा, एक स्वास्थ्य प्रतिज्ञा गतिविधि भी होगी, जो लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करेगी। आयोजन में सभी उम्र के लोगों के लिए इंटरैक्टिव लर्निंग जोन बनाए जाएंगे, जहां योग और स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी रोचक तरीके से दी जाएगी। स्किट और क्विज जैसे मनोरंजक कार्यक्रम भी होंगे, जो योग और कल्याण के प्रति उत्साह बढ़ाएंगे।

साथ ही, स्वास्थ्य से संबंधित उत्पादों का प्रदर्शन भी होगा, जो लोगों को स्वस्थ जीवन जीने में मदद करेगा।

आयुष मंत्रालय ने इस आयोजन को योग के वैश्विक महत्व को रेखांकित करने का एक शानदार अवसर बताया है। यह न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बेहतर बनाएगा, बल्कि सामुदायिक एकता और पर्यावरण के प्रति जागरूकता को भी बढ़ावा देगा। मंत्रालय का मानना है कि यह आयोजन योग के जरिए आंतरिक शांति और बाहरी सामंजस्य के बीच एक सेतु बनाएगा।

--आईएएनएस

एसएचके/एएस

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