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Pitrpaksh-2023 हरिद्वार के कनखल में सती घाट पर 5,945 लोगों की अस्थियों को एक साथ गंगा में किया गया विसर्जित

हरिद्वार जिसे हरि का द्वार कहा जाता है, जहां मोक्षदायनी मां गंगा बहती है। रविवार को उन्हीं मां गंगा के जल में 5,945 लोगों की अस्थियों को विसर्जित कर उन्हें मोक्ष दिलाया ...
मध्य प्रदेश में 'कौन बनेगा करोड़पति' कार्यक्रम के कूटरचित वीडियो ने बवाल मचा दिया है। इस मामले के तूल पकड़ने पर सरकार और भाजपा हरकत में आई। सरकार की ओर से जहां वास्तविकता वाला वीडियो जारी किया गया, वहीं भाजपा की ओर से कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख के. के. मिश्रा के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।  सोशल मीडिया पर रविवार को एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें केबीसी में अमिताभ बच्चन सागर जिले के खुरई निवासी एक व्यक्ति से सवाल कर रहे हैं और पूछ रहे हैं कि घोषणा मशीन किस मुख्यमंत्री को कहा जाता है। इसके जवाब में संबंधित व्यक्ति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लेता है।  यह वीडियो वायरल होते ही सियासत में हलचल मच जाती है। इस पर सरकार की ओर से खुरई निवासी उस व्यक्ति की खोज की जाती है, जिसने केबीसी में हिस्सा लिया था और उसकी ओर से एक वीडियो भी जारी कराया जाता है, जो बताता है कि इस तरह का सवाल ही नहीं पूछा गया। इसके बाद भाजपा की ओर से विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक अशोक विश्वकर्मा एवं सदस्य राहुल श्रीवास्तव ने भोपाल के क्राइम ब्रांच थाने पहुंचकर दस्तावेजों के साथ लिखित में शिकायत की और के.के. मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।  मिश्रा ने यह वीडियो एक्स पर साझा किया था। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने बताया कि कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष के.के. मिश्रा द्वारा रविवार की सुबह अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स (ट्विटर) पर एक फर्जी एवं कूटरचित वीडियो केबीसी का बताकर जारी किया।  मिश्रा ने साजिश के तहत मुख्यमंत्री को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास किया। जब सोशल मीडिया पर झूठे ट्वीट को लेकर उनकी फजीहत हुई तो उन्होंने फर्जी वीडियो को हटा दिया। इससे साफ है कि कांग्रेस झूठ की फैक्ट्री बन गई है। भाजपा के विधि प्रकोष्ठ ने क्राइम ब्रांच थाने में के.के. मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।

हरिद्वार न्यूज डेस्क !!! हरिद्वार जिसे हरि का द्वार कहा जाता है, जहां मोक्षदायनी मां गंगा बहती है। रविवार को उन्हीं मां गंगा के जल में 5,945 लोगों की अस्थियों को विसर्जित कर उन्हें मोक्ष दिलाया गया। रविवार को श्री देवोत्थान सेवा समिति ने हरिद्वार के सती घाट पर 5945 लोगों की अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया। अस्थि विर्सजन का कार्यक्रम पूरे विधि-विधान और कर्मकांड़ों के साथ किया गया। अभी तक यह संस्था 22 सालों में करीब 1 लाख 61 हजार 161 अस्थियों का विसर्जन कर चुकी है।

हरिद्वार गंगा में लावारिस अस्थियों का विसर्जन, 5945 लोगों को मिला 'मोक्ष',  shri-devotthan-seva-samiti-did-more-than-five-thousand-people-ashes-immersion-in- ganga-at-haridwar

इन लावारिस अस्थियों को पहले एक शोभायात्रा के जरिए भूपतवाला से हरकी पैड़ी और शहर के अन्य स्थानों से होते हुए सती घाट तक लाया गया। जहां पर पूरे विधि-विधान के साथ इन अस्थियों को गंगा में प्रवाहित किया गया। संस्था के अध्यक्ष अनिल नरेंद्र ने कहा कि, उनका उद्देश्य लोगों को अपनों के प्रति जागरूक कर उन्हें मोक्ष दिलाना है। यह विश्‍वास और भटकती आत्माओं को शांति प्रदान करने का काम है। युवाओं को अपने बुजुर्गों के प्रति जिम्मेदारी के बोध को जाग्रत करना भी पुण्य का काम है।

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