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न गाड़ी न घोड़ा, युवा DM ने केदारनाथ का पैदल ही किया दौरा

चार धाम खासकर केदारनाथ यात्रा के मद्देनजर रुद्रप्रयाग जिला सबसे संवेदनशील जिला है। मनुसाना शुरू हो चुका है, ऐसे में रुद्रप्रयाग जिले की जिम्मेदारी मिलना बड़ी चुनौती माना जा रहा है। प्रतीक जैन ने रुद्रप्रयाग जिले के डीएम का कार्यभार संभालते हुए सबसे....
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चार धाम खासकर केदारनाथ यात्रा के मद्देनजर रुद्रप्रयाग जिला सबसे संवेदनशील जिला है। मनुसाना शुरू हो चुका है, ऐसे में रुद्रप्रयाग जिले की जिम्मेदारी मिलना बड़ी चुनौती माना जा रहा है। प्रतीक जैन ने रुद्रप्रयाग जिले के डीएम का कार्यभार संभालते हुए सबसे पहले केदारनाथ पैदल मार्ग का जायजा लिया। इस दौरान स्थानीय लोगों और पर्यटकों से बातचीत भी की और समस्याओं के बारे में जानकारी ली। प्रतीक जैन बाबा केदार का आशीर्वाद लेने के लिए पैदल केदारनाथ पहुंचे। इसके साथ ही उन्होंने गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक पैदल चलकर जमीनी हालात का भी मुआयना किया।

प्रतीक इन दिनों सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा में बने हुए हैं। 25 जुलाई 1993 को राजस्थान के अजमेर में जन्मे प्रतीक जैन 2018 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। साल 2016 में उन्होंने अपने पहले प्रयास में ही प्रीलिम्स और मेन्स पास कर लिया था। लेकिन वे फाइनल मेरिट लिस्ट में जगह नहीं बना पाए। इसी वर्ष उन्होंने भारतीय वन सेवा की परीक्षा पास कर तीसरी रैंक हासिल की।

  • दूसरे प्रयास में 2017 में यूपीएससी सीएसई परीक्षा पास की और ऑल इंडिया में 86वीं रैंक हासिल की।
  • इससे पहले उन्होंने एक साल तक भारतीय वन सेवा में सेवाएं दीं।
  • पिलानी के बिडला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीई ऑनर्स और बायोलॉजिकल साइंस में एमएससी ऑनर्स 2011-16 की शिक्षा ली।
  • जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय जेएनयू से वर्ष 2020 में पब्लिक मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री हासिल की।
  • हरिद्वार जिले में मुख्य विकास अधिकारी सीडीओ के पद पर सेवाएं दे चुके हैं।
  • दिसंबर 2019 से अगस्त 2020 तक जिले के डिप्टी कलेक्टर भी रहे।
  • नैनीताल जिले में डिप्टी कलेक्टर और एसडीएम के पद पर भी 2 साल तक काम किया।
  • 21 जून 2025 को उन्हें रुद्रप्रयाग जिले के जिलाधिकारी के पद की जिम्मेदारी मिली है।
  • प्रतीक जैन की पत्नी अक्षिता अग्रवाल हैं, जिन्होंने 2016 में भारतीय वन सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त किया था। उसी वर्ष यूपीएससी सीएसई के साक्षात्कार चरण तक पहुंचीं और लोक सेवा में चयनित हुईं।

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