उत्तराखंड में कुदरत का कहर! उत्तरकाशी में लैंडस्लाइड कई मजदूर लापता, इतने देर के लिए चारधाम यात्रा पर लगाई गई रोक

उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और प्राकृतिक आपदाओं ने लोगों के जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। उत्तरकाशी जिले की बड़कोट तहसील के सिलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन की दुखद घटना में कई मजदूरों के लापता होने की खबर सामने आई है। इस बीच मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी करने के बाद चारधाम यात्रा अगले 24 घंटे के लिए स्थगित कर दी गई है। वहीं बागेश्वर जिले में भारी बारिश के कारण भूस्खलन के बाद कई सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है। उत्तरकाशी के बड़कोट में सिलाई बैंड क्षेत्र में बादल फटने और भूस्खलन से पूरे इलाके में तबाही मच गई। बताया जा रहा है कि एक निर्माणाधीन होटल साइट पर काम कर रहे कई मजदूर लापता हो गए। घटना की सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिवादन बल (एनडीआरएफ), पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया।
हिमाचल में भी तबाही
उत्तरकाशी के बड़कोट तहसील के सिलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन की जानकारी देते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्विटर पर लिखा, 'उत्तरकाशी जिले के बड़कोट तहसील के सिलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन की दुखद घटना में कुछ मजदूर लापता बताए गए हैं।'सीएम ने कहा, 'एसडीआरएफ-एनडीआरएफ और अन्य टीमें मौके पर पहुंच गई हैं और गहन राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। इस मामले में मैं लगातार संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हूं और ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं।'मौसम विभाग ने अगले तीन घंटों में अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्र प्रयाग, टिहरी गढ़वाल, उधम सिंह नगर, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, केदारनाथ, जोशीमठ, रानीखेत जिलों में अलग-अलग जगहों पर बिजली गिरने के साथ ही तेज तूफान आने की संभावना जताई है।
चारधाम यात्रा 24 घंटे के लिए स्थगित
इस बीच मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में भारी बारिश और भूस्खलन की चेतावनी जारी करते हुए चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया है। वहीं, उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर श्याना चट्टी के पास झील बनने से निचले इलाकों में खतरा बढ़ गया है। यमुनोत्री राष्ट्रीय धाम के श्याना चट्टी के पास झील बनने से नासिक में भी खतरा बढ़ गया है।
गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि यात्रा पर रोक लगने से ऋषिकेश पहुंचे श्रद्धालुओं को वहीं रोक दिया गया है। जो श्रद्धालु बदरीनाथ और केदारनाथ के लिए ऋषिकेश से आगे निकल गए हैं। उन्हें पौड़ी के श्रीनगर या रुद्रप्रयाग में रोका जा रहा है। यमुनोत्री और गंगोत्री जाने वाले तीर्थयात्रियों को देहरादून के विकासनगर और उत्तरकाशी के बड़कोट, उत्तरकाशी शहर में रोका जाएगा। जो तीर्थयात्री अभी चारधाम की यात्रा पर हैं या पहुंच चुके हैं, उन्हें पूरी सुरक्षा के बीच नीचे उतारने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रख रहा है और मौसम ठीक होने पर यात्रा को फिर से शुरू करने का फैसला लिया जाएगा।
बागेश्वर जिले में हालात खराब होते जा रहे हैं
इस बीच, बागेश्वर जिले में लगातार हो रही भारी बारिश से कपकोट क्षेत्र में हालात खराब होते जा रहे हैं। भनार गांव में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया। जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण 35 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। प्रशासन और लोक निर्माण विभाग सड़कों को खोलने में जुटा हुआ है। साथ ही प्रशासन ने स्थानीय लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
हिमाचल में भी बारिश का अलर्ट
उत्तराखंड के अलावा हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने रविवार को ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा विभाग ने चंबा, कुल्लू, मंडी और शिमला में भी येलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण कालका-शिमला रेल लाइन पर कई जगह भूस्खलन हुआ है। पेड़ और पत्थर गिरने से रेलवे लाइन बंद हो गई है और सभी ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई है।