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Kanwar Yatra 2025: हरिद्वार में कांवड़ियों के लिए स्पेशल इंतज़ाम, यहां पढ़े पार्किंग से लेकर ट्रैफिक डायवर्जन तक की पूरी जानकारी

Kanwar Yatra 2025: हरिद्वार में कांवड़ियों के लिए स्पेशल इंतज़ाम, यहां पढ़े पार्किंग से लेकर ट्रैफिक डायवर्जन तक की पूरी जानकारी

सावन माह में पवित्र कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड यातायात पुलिस ने 11 जुलाई से रूट डायवर्जन प्लान लागू कर दिया है। सावन का पवित्र महीना कल यानी 11 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। कांवड़ यात्रा शुक्रवार से आधिकारिक रूप से शुरू हो जाएगी। इस साल हरिद्वार कांवड़ मेले में करीब 4 करोड़ शिवभक्तों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। हरिद्वार के एसएसपी प्रमोद सिंह डोभाल ने बताया कि 11 से 17 जुलाई तक रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक जिले में भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। इसके बाद 18 जुलाई से मेला समाप्ति तक जिले में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।

शिवभक्त किस रास्ते से हरिद्वार जाएँगे?
दिल्ली से रवाना होकर मेरठ, मुजफ्फरनगर, मंगलौर और हरिद्वार पहुँचेंगे।
हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, सहारनपुर, छुटमलपुर, देहरादून, हरिद्वार
देहरादून, ऋषिकेश से नेपाली तिराहा, रायवाला होते हुए हरिद्वार जाएँगे।
नैनीताल/नजीबाबाद/श्यामपुर/हरिद्वार

वाहन डायवर्जन योजना
बड़े वाहन मंगलौर-नगला इमरती सर्विस लेन- लंढौरा-लक्सर-एस.एम. तिराहा- बैरागी कैंप पार्किंग।
हल्के वाहन भूराहेड़ी-पुरकाजी बॉर्डर-तुगलपुर-लक्सर-एस.एम. तिराहा बैरागी कैंप पार्किंग।
पार्किंग क्षेत्र
देहरादून/ऋषिकेश से हरिद्वार आने वाली सभी रोडवेज बसें नेपाली तिराहा, रायवाला, दूधधारी तिराहा, मोतीचूर पार्किंग में पार्क की जाएँगी।
दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, पंजाब, हरियाणा से हरिद्वार आने वाली सभी रोडवेज बसें अपने निर्धारित रूट से ही संचालित होंगी। ये वाहन ऋषिकुल मैदान में पार्क किए जाएँगे।
बिजनौर, नजीबाबाद, मुरादाबाद, नैनीताल से हरिद्वार आने वाली सभी रोडवेज बसें अपने निर्धारित रूट से ही संचालित होंगी। ये नीलधारा/गौरीशंकर पार्किंग में पार्क की जाएँगी।
देहरादून/ऋषिकेश/हरिद्वार से बिजनौर, नजीबाबाद, मुरादाबाद, नैनीताल आने-जाने वाली सभी रोडवेज बसें अपने निर्धारित रूटों पर ही चलेंगी।

संतों की बड़ी माँग
साधु-संतों ने उत्तराखंड सरकार से 11 जुलाई से शुरू हो रही कांवड़ यात्रा में गैर-हिंदुओं के प्रवेश और व्यापार पर प्रतिबंध लगाने की माँग की है ताकि इसकी धार्मिक गरिमा और पवित्रता बनी रहे। हरिद्वार में हुई एक बैठक में संतों ने कांवड़ यात्रा में मुस्लिम समुदाय के लोगों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की माँग की। इससे पहले, जूना अखाड़े के वरिष्ठ महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने भी इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखा है।

बैठक के बाद, हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद ने गैर-हिंदुओं की पहचान सुनिश्चित करने और कांवड़ यात्रा मार्गों पर खाद्य पदार्थों की शुद्धता बनाए रखने के लिए मुसलमानों के कांवड़ ले जाने पर प्रतिबंध लगाने की माँग की। इसके साथ ही, उन्होंने शिव भक्तों से मुसलमानों द्वारा निर्मित कांवड़ न ले जाने की भी अपील की है क्योंकि इससे भगवान शिव के अभिषेक के लिए ले जाए जाने वाला गंगा जल प्रदूषित होता है।

यतीन्द्रानंद गिरि ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि श्रावण मास में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा सनातन धर्म की अत्यंत पवित्र, भावनात्मक और आस्था से जुड़ी यात्रा है, जिसे हाल के वर्षों में विधर्मियों से गहरी चुनौती मिल रही है। उन्होंने कहा कि गैर-हिंदू समुदाय के लोग कांवड़ यात्रा मार्ग पर भगवा वस्त्र, भगवान शिव के चित्र और कांवड़ आदि बेचते हैं। पत्र में कहा गया है कि सनातन की रक्षा के लिए प्रशासन सभी मांगों पर तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करे ताकि कांवड़ यात्रा में पवित्रता, सुरक्षा और भक्ति बनी रहे।

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