उत्तराखंड-हिमाचल में भारी बारिश से तबाही! रेड अलर्ट के बाद चारधाम यात्रा पर ब्रेक, स्कूल-कॉलेज बंद

पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में आसमान से आफत बरस रही है। अचानक बादल फटने से सैलाब आ रहा है, जो अपने साथ सबकुछ बहा ले जाने को आतुर दिख रहा है। आलम यह है कि विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा भी रोक दी गई है। उत्तराखंड के साथ ही पड़ोसी पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश भी भारी बारिश से बुरी तरह प्रभावित है। उत्तराखंड के सभी जिलों में कैसा है मौसम, अगले एक दिन कैसा रहेगा मौसम, कहां है आफत, पढ़ें पूरा अपडेट। उत्तरकाशी के बलीगाड़ में बादल फटा। सिलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन, रुद्रप्रयाग जिले में देर रात से मूसलाधार बारिश हो रही है। आसमान से बरस रही आफत के कारण पहाड़ पर कई जगहों पर भूस्खलन से कई सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित
राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए चारधाम यात्रा एक दिन के लिए स्थगित कर दी गई है। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि यात्रियों की जान-माल की सुरक्षा के मद्देनजर यह एहतियाती कदम उठाया गया है, ताकि सड़कों पर फंसे श्रद्धालुओं को असुविधा न हो और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके। संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है और बचाव एवं राहत टीमों को सक्रिय कर दिया गया है।
कमिश्नर पांडे ने बताया कि मौसम की स्थिति और मार्गों की समीक्षा के बाद कल आगे की यात्रा के बारे में निर्णय लिया जाएगा। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम सामान्य होने तक तीर्थ स्थलों के लिए रवाना न हों। गंगा का जलस्तर बढ़ा, ऋषिकेश के घाटों के सभी प्लेटफार्म पानी में डूबे पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। ऋषिकेश में गंगा चेतावनी लेबल से 65 सेमी नीचे बह रही है। सभी प्रमुख गंगा घाटों के प्लेटफार्म डूबने लगे हैं। पहाड़ों का पानी धीरे-धीरे मैदानी इलाकों में बह रहा है। जिससे आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश, बिहार के गंगा तटीय जिलों में बाढ़ का खतरा हो सकता है। सिलाई बैंड के पास भूस्खलन में लापता लोगों की तलाश जारी
उत्तरकाशी के डीएम प्रशांत आर्य ने बताया कि सिलाई बैंड के पास भूस्खलन में लापता लोगों की तलाश और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। बचाव दल द्वारा मौके पर लगातार खोज और बचाव कार्य किया जा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून द्वारा जारी भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है। जिले में सभी तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रखने के लिए पुलिस और संबंधित उप जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन द्वारा निर्धारित सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें।
आदि कैलाश मार्ग फिर बंद, धारचूला में बारिश आफत
आदि कैलाश यात्रा का मार्ग फिर बंद कर दिया गया है। दोबाट में चट्टान गिरने से आदि कैलाश यात्रा मार्ग बंद हो गया है। धारचूला में बारिश आफत बन गई है। अधिकारी मार्ग खोलने के लिए काम कर रहे हैं। मार्ग खुलने में समय लग सकता है।
रुद्रप्रयाग में देर रात से मूसलाधार बारिश जारी
रुद्रप्रयाग जिले में देर रात से भारी बारिश जारी है। बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। केदारनाथ धाम जा रहे तीर्थयात्रियों को सोनप्रयाग में रोक दिया गया है। केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है। विजयनगर में ऊपरी पहाड़ी से मलबा और बोल्डर हाईवे पर गिरे हैं। चार से पांच वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा है। बद्रीनाथ हाईवे भी देर रात से बंद है। हाईवे के दोनों ओर सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं।
देर रात से लगातार हो रही बारिश के कारण जिले में पालीगाड़, कुथनौर, झझरगढ़ के पास यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग और नेताला बिशनपुर, लालढांग, नलूना में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। जिला आपदा प्रबंधन के अनुसार, सिलाई बैंड के पास भारी बारिश (भूस्खलन) के कारण 9 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, राजस्व, एनएच बड़कोटा, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस आदि की टीमों द्वारा बचाव एवं खोज बचाव कार्य किया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र (स्मार्ट कंट्रोल) पहुंचे जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने आईआरएस से जुड़े अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
सिलाई बैंड में बादल फटने की घटना में 8-9 मजदूर लापता
तहसील बड़कोट के सिलाई बैंड के पास भारी बारिश/बादल फटने की सूचना के बाद एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें मौके पर हैं। यहां बादल फटने की घटना के कारण 8 से 9 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं। जिनकी तलाश के लिए तलाश अभियान चलाया जा रहा है। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी सिलाई बैंड के पास दो-तीन स्थानों पर अवरुद्ध है। जिसके संबंध में एनएच बड़कोट को सूचित कर दिया गया है। इसके अलावा कुथनौर में भारी बारिश और बादल फटने के कारण स्थानीय ग्रामीणों की कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। फिलहाल कुथनौर में स्थिति सामान्य है, किसी प्रकार की जनहानि या पशुहानि नहीं हुई है। ज्ञातव्य है कि उत्तराखंड में 13 जिले हैं। इन जिलों को दो मंडलों गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल में बांटा गया है। इन सभी जिलों में बारिश से लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
- अल्मोड़ा
- बागेश्वर
- चमोली
- चंपावत
- देहरादून
- हरिद्वार
- नैनीताल
- पौड़ी गढ़वाल
- पिथौरागढ़
- रुद्रप्रयाग
- टीहिरी गढ़वाल
- उधम सिंह नगर
- उत्तरकाशी
अब जानिए हिमाचल का मौसम
हिमाचल के 6 जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 4 जिलों चंबा, कुल्लू, मंडी और शिमला के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। हिमाचल में अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है। 4 लोग अभी भी लापता हैं। जबकि 66 लोग घायल बताए जा रहे हैं। सोलन, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर के कुछ हिस्सों में बाढ़ का येलो अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 24 घंटों में शिमला में हल्की बारिश दर्ज की गई, जबकि मंडी में 4 मिमी, बिलासपुर में 0.5 मिमी, धौलाकुआं में 1 मिमी और नेरी में 0.5 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि धर्मशाला में बूंदाबांदी हुई।
हिमाचल में बारिश और बाढ़ से करीब 300 करोड़ का नुकसान
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में इस साल मानसून ने 20 जून को दस्तक दी है और अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 31 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 4 लोग लापता हैं और 66 लोग घायल हुए हैं। अब तक 300 करोड़ का नुकसान हो चुका है। हाल ही में बादल फटने की घटनाओं के बाद कांगड़ा और कुल्लू जिलों में बाढ़ आ गई थी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी जिलों के डीसी को 24 घंटे अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।
हिमाचल के 4 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट, स्कूल बंद
हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर के शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी के निर्देश दिए। इन चारों जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट दिया गया है। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर संबंधित जिलों के उपायुक्तों को भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जारी रेड अलर्ट के मद्देनजर अपने-अपने जिलों के सभी स्कूलों को तुरंत बंद करने के आदेश जारी करने के निर्देश दिए हैं। यह निर्णय विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है।
अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में व्यापक स्तर पर बारिश की संभावना है। आज शाम से बारिश की तीव्रता में फिर से वृद्धि होने की संभावना है। पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश और आने वाले समय में संभावित भारी से बहुत भारी बारिश को देखते हुए मौसम विभाग ने सोलन, सिरमौर, कांगड़ा और मंडी जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य सरकार लगातार स्थिति पर नजर रख रही है और लोगों से स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील कर रही है।