हिमाचल में युवतियों में भी बढ़ रहा स्तन कैंसर का खतरा, एक साल में 600 से ज्यादा मरीज
हिमाचल प्रदेश में कम उम्र की महिलाओं में भी स्तन कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। एक ताजा अध्ययन में ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में 22 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह खुलासा आईजीएमसी शिमला के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग और कैंसर अस्पताल की संयुक्त रिसर्च यूनिट द्वारा वर्ष 2024-25 में किए गए एक अध्ययन में हुआ है। रिसर्च में शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों की 1000 से अधिक महिलाओं को शामिल किया गया।
अध्ययन में सामने आया कि शिमला स्थित टर्शरी कैंसर सेंटर में बीते एक साल में 600 से ज्यादा महिलाएं स्तन कैंसर के इलाज के लिए पहुंचीं। चिंताजनक बात यह रही कि इनमें बड़ी संख्या में 35 वर्ष से कम आयु की महिलाएं थीं। विशेषज्ञों के मुताबिक, जीवनशैली में बदलाव, देर से विवाह, कम शारीरिक गतिविधियां और फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन इस खतरे को बढ़ा रहे हैं।
रिसर्च यूनिट का कहना है कि यदि समय रहते जांच और स्क्रीनिंग कराई जाए तो इस बीमारी का शुरुआती चरण में ही इलाज संभव है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने भी महिलाओं से नियमित जांच और जागरूकता को बढ़ावा देने की अपील की है।
यह रिपोर्ट प्रदेश में महिलाओं के लिए स्वास्थ्य चेतावनी के रूप में देखी जा रही है और विशेषज्ञों का मानना है कि रोजमर्रा की आदतों में सुधार और समय पर मेडिकल जांच से इस खतरे को काफी हद तक टाला जा सकता है।

