गोरखपुर स्टेशन पर यार्ड रिमाॅडलिंग आज से...22 दिन किन-किन स्टेशनों की डगर होगी मुश्किल- जानिए
डोमिनगढ़-गोरखपुर जंक्शन-सेंटर स्टेशन के बीच बिछाई गई तीसरी लाइन को जोड़ने के लिए शनिवार से गोरखपुर जंक्शन पर यार्ड रिमॉडलिंग का काम शुरू होगा। इसके लिए प्री और नॉन इंटरलॉकिंग कार्य 12 अप्रैल से 3 मई तक चलेगा, जिसके लिए गोरखपुर स्टेशन पर 22 दिनों का मेगा रूट ब्लॉक लिया गया है। शनिवार को सुबह 8 बजे से रेल यातायात बंद रहेगा। रूट ब्लॉक होने के कारण लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, वाराणसी, प्रयागराज, छपरा समेत विभिन्न स्टेशनों पर जाने वाली 122 ट्रेनें अलग-अलग तिथियों में रद्द रहेंगी। 3 मई को सीआरएस निरीक्षण की तैयारियां चल रही हैं।
गोरखपुर जंक्शन लखनऊ-छपरा मुख्य रेल मार्ग पर है। इस जंक्शन से बढ़नी और नरकटियागंज रूट की ट्रेनें भी चलती हैं। लखनऊ-छपरा मुख्य रेल लाइन पर डोमिनगढ़ और कुसमी के बीच तीसरी लाइन बिछाई जा रही है। इनमें से केंट स्टेशन से कुसमी स्टेशन के बीच लाइन बनने के साथ ही यातायात का आवागमन भी शुरू हो गया है।
वहीं डोमिनगढ़ जंक्शन और केंट जंक्शन के बीच तीसरी लाइन बिछाई गई है। अब जंक्शन पर इन लाइनों को जोड़ने के साथ ही आरआरआई केबिन को भी यार्ड से हटाया जाएगा। इसके लिए स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर नौ पर नया भवन बनाया गया है। इसके साथ ही गोरखपुर स्टेशन को भी इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग से जोड़ा जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि 12 साल बाद गोरखपुर स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग का काम होने जा रहा है। इस अवधि के दौरान रूट रिले इंटरलॉकिंग (आरआरआई) केबिन को प्लेटफार्म संख्या नौ के करीब ले जाया जाएगा। नए भवन में स्थापित आरआरआई केबिन पूरी तरह से डिजिटल होगा।
उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (ईआई) की स्थापना से कंप्यूटर पर माउस क्लिक करके प्वाइंट बनाया जा सकेगा और ट्रेनों को सिग्नल दिया जा सकेगा। इससे न केवल सिग्नल और प्वाइंट फेल होने की समस्या खत्म होगी बल्कि अधिक से अधिक ट्रेनें भी चल सकेंगी।