नरौरा बैराज से छोड़े गए पानी से गंगा में उफान, कछला में जलस्तर खतरे के करीब, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में गंगा नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। मंगलवार को नरौरा बैराज से 1.22 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और कछला क्षेत्र में मीटर गेज पर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है।
जलस्तर में तेजी से वृद्धि
बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद गंगा का प्रवाह तेज हो गया है। कछला घाट और आसपास के तटवर्ती गांवों में नदी का पानी तेजी से फैल रहा है, जिससे वहां के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, जलस्तर में निरंतर वृद्धि हो रही है, और अगर यही रफ्तार रही तो जल्द ही गंगा खतरे के निशान को पार कर सकती है।
प्रशासन सतर्क, राहत दल तैनात
बदायूं के जिलाधिकारी ने तटीय गांवों में निगरानी बढ़ा दी है और बाढ़ नियंत्रण विभाग को 24 घंटे सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। आपदा प्रबंधन टीम, राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस को संभावित राहत कार्यों के लिए तैयार रहने के आदेश दिए गए हैं।
गांवों में मुनादी कराई जा रही है, ताकि लोग सतर्क रहें और समय रहते सुरक्षित स्थानों की ओर रुख कर सकें। कई स्थानों पर नावों की व्यवस्था और राहत शिविरों की तैयारी भी की जा रही है।
फसल और जनजीवन पर खतरा
गंगा के किनारे बसे कई गांवों में पानी घुसने की आशंका है, जिससे खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न होने का खतरा पैदा हो गया है। साथ ही, ग्रामीण इलाकों में जनजीवन प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है। पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने और जरूरी सामानों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्थानीय प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें और नदी किनारे जाने से परहेज करें।