स्कूल गेट पर 7वीं के छात्र की मौत का वीडियो आया सामने, डॉक्टर बोले- साइलेंट हार्ट अटैक

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में दो दिन पहले हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। एक सातवीं कक्षा के छात्र की स्कूल गेट पर हुई मौत का वीडियो शुक्रवार को सामने आया है, जिसने परिजनों और अभिभावकों के दिलों को दहला दिया है।
वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि छात्र सड़क पार कर स्कूल के भीतर प्रवेश कर रहा था, तभी अचानक लड़खड़ाया और ज़मीन पर गिर पड़ा। कुछ ही पलों में उसकी सांसें थम गईं। आसपास मौजूद लोग उसे तुरंत उठाने दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
डॉक्टरों की राय: साइलेंट अटैक से गई जान
मौत का कारण जानने के लिए छात्र का पोस्टमार्टम कराया गया। डॉक्टरों का कहना है कि यह संभवतः साइलेंट हार्ट अटैक था, जो अचानक आया और छात्र को संभलने का मौका भी नहीं मिला।
साइलेंट अटैक यानी बिना किसी स्पष्ट लक्षण के आने वाला हार्ट अटैक, अब कम उम्र के बच्चों में भी एक नई चिंता का विषय बनता जा रहा है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
मृतक छात्र के घर में मातम पसरा हुआ है। परिजन बार-बार यही सवाल कर रहे हैं कि इतनी कम उम्र में भला दिल का दौरा कैसे पड़ सकता है? परिवार वालों के अनुसार छात्र बिल्कुल स्वस्थ था और उसे कोई पुरानी बीमारी नहीं थी।
अभिभावकों में बढ़ी चिंता
इस घटना के बाद इलाके में रहने वाले सैकड़ों अभिभावकों के मन में डर घर कर गया है। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ गई है। वे अब यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या स्कूलों में किसी आपात स्थिति से निपटने की व्यवस्था है?
प्राथमिक उपचार की व्यवस्था पर सवाल
स्कूल में फर्स्ट एड, ऑक्सीजन सिलेंडर, या मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था थी या नहीं, यह बड़ा सवाल बन गया है। कई अभिभावकों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि सभी स्कूलों में बच्चों के लिए स्वास्थ्य संबंधी प्राथमिक सुविधाएं अनिवार्य की जाएं।
शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया
मामले पर शिक्षा विभाग ने संज्ञान लेते हुए कहा है कि घटना अत्यंत दुखद है और सभी स्कूलों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे आपात चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करें। वहीं, स्कूल प्रशासन ने छात्र को श्रद्धांजलि दी और परिवार को हर संभव मदद देने की बात कही है।