सीएम योगी आज करेंगे देश के पहले एआई आधारित मल्टीडिसिप्लिनरी विश्वविद्यालय का उद्घाटन, उन्नाव को मिलेगी नई पहचान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रदेश को एक और बड़ी शैक्षणिक उपलब्धि देने जा रहे हैं। वे उन्नाव जनपद में भारत के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ऑगमेंटेड मल्टीडिसिप्लिनरी विश्वविद्यालय के उत्तर प्रदेश परिसर का उद्घाटन करेंगे। यह परिसर चंडीगढ़ विश्वविद्यालय द्वारा लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर विकसित किया गया है। यह न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए तकनीकी और वैश्विक स्तर की शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
यह विश्वविद्यालय देश का पहला ऐसा शिक्षण संस्थान होगा, जहां शिक्षा के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से विद्यार्थियों को रोजगारोन्मुखी, वैश्विक और नवाचार आधारित प्रशिक्षण मिलेगा। यहां मल्टीडिसिप्लिनरी फैकल्टी की सुविधा के साथ विज्ञान, प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, प्रबंधन, कानून और मानविकी जैसे कई विषयों में उच्च शिक्षा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इस विश्वविद्यालय का उद्घाटन प्रदेश के शैक्षिक और तकनीकी परिदृश्य में एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है। राज्य सरकार पहले से ही यूपी को शिक्षा और रोजगार के हब के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है, ऐसे में यह परियोजना इस विजन को और गति देने वाली मानी जा रही है।
उच्च शिक्षा में एआई का समावेश – एक नई शुरुआत
विशेषज्ञों का कहना है कि यह विश्वविद्यालय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से छात्रों को न केवल टेक्नोलॉजिकल रूप से सशक्त बनाएगा, बल्कि उन्हें वैश्विक मानकों के अनुरूप भी तैयार करेगा। इससे प्रदेश के युवाओं को देश और विदेश में बेहतर अवसर मिल सकेंगे। विश्वविद्यालय में छात्रों को प्रोजेक्ट आधारित लर्निंग, रियल-टाइम इंडस्ट्री एक्सपोजर और इनोवेशन पर केंद्रित शिक्षा दी जाएगी।
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय का उत्तर प्रदेश में पहला परिसर
चंडीगढ़ विश्वविद्यालय पहले से ही शिक्षा के क्षेत्र में अपनी गुणवत्ता के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। उसका उत्तर प्रदेश में यह पहला परिसर है, जिसे अत्याधुनिक तकनीकों से लैस किया गया है। परिसर में स्मार्ट क्लासरूम, एआई लैब, रिसर्च सेंटर, स्टार्टअप इनक्यूबेशन हब, लाइब्रेरी और डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार और शिक्षा के नए अवसर
इस विश्वविद्यालय की स्थापना से उन्नाव, लखनऊ और कानपुर सहित आस-पास के जिलों के छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही, इसके चलते क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। स्थानीय युवाओं को स्किल आधारित कोर्सेस और प्रशिक्षण से सीधे लाभ मिलेगा।

