मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को लखनऊ में करेंगे कानून व्यवस्था और त्योहारों पर वीडियो कांफ्रेंस

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार रात नौ बजे लखनऊ स्थित अपने सरकारी आवास से प्रदेश की कानून व्यवस्था और आगामी त्योहारों को लेकर प्रशासन की तैयारियों पर वीडियो कांफ्रेंस करेंगे। इस वीडियो कांफ्रेंस का उद्देश्य प्रदेश में सुरक्षा की स्थिति को मजबूत करना और त्योहारों के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासनिक तैयारियों का जायजा लेना है।
मुख्यमंत्री ने इस वीडियो कांफ्रेंस में प्रदेश के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों, प्रशासनिक अधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल करने का निर्देश दिया है। वह त्योहारों के दौरान होने वाली भीड़-भाड़, यातायात व्यवस्था और अन्य आवश्यक उपायों पर भी चर्चा करेंगे। इसके अलावा, कानून व्यवस्था से जुड़ी विभिन्न पहलुओं, जैसे अपराध नियंत्रण, आतंकवाद की संभावित घटनाओं पर सतर्कता, और अराजकता से निपटने के लिए प्रशासनिक तैयारियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
त्योहारों के दौरान विशेष सुरक्षा व्यवस्था
उत्तर प्रदेश में आगामी त्योहारों जैसे ईद, दीपावली, दशहरा और अन्य धार्मिक उत्सवों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं। खासकर, प्रदेश में विभिन्न धार्मिक स्थानों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा कड़ी करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा। प्रशासन द्वारा संवेदनशील इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने की योजना बनाई जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से यह भी कहा है कि वे किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए अपनी कार्यप्रणाली को और सुदृढ़ करें और कानून का पालन सख्ती से कराया जाए। वीडियो कांफ्रेंस के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि त्योहारों के समय बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़-भाड़ को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं, ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके।
प्रशासन को सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनजर किसी भी प्रकार की असमाजिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया कि वे पूरी तत्परता के साथ किसी भी संभावित संकट से निपटने के लिए तैयार रहें। इस वीडियो कांफ्रेंस में पुलिस की गश्ती प्रणाली, सीसीटीवी कैमरे और अन्य निगरानी उपकरणों का भी विश्लेषण किया जाएगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री की इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर पूरी तरह से गंभीर है और त्योहारों के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है।