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अलीगढ़ में दो शिक्षक भाइयों के पास पहुंचे डीएलएड के पेपर, 80 परीक्षार्थियों को बेचे, दोनों गिरफ्तार

अलीगढ़ में दो शिक्षक भाइयों के पास पहुंचे डीएलएड के पेपर, 80 परीक्षार्थियों को बेचे, दोनों गिरफ्तार

डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) परीक्षा के प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के पेपर दो शिक्षक भाइयों, धर्मेंद्र और पुष्पेंद्र कुमार को मिल रहे थे। उन्होंने टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से पेपर हल करके 80 अभ्यर्थियों को बेचे थे। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ), लखनऊ और इगलास पुलिस ने 4 नवंबर को मुरसान रोड से उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। धर्मेंद्र डीएलएड शिक्षक संघ का अध्यक्ष बताया जा रहा है।

एसपी ग्रामीण अमृत जैन ने बताया कि लखनऊ स्थित एसटीएफ मुख्यालय को सूचना मिली थी कि कोतवाली क्षेत्र के नगला हरिकरन गाँव निवासी धमेंद्र कुमार और पुष्पेंद्र कुमार टेलीग्राम प्लेटफॉर्म के माध्यम से लीक करने वाले गिरोह के माध्यम से डीएलएड प्रथम और तृतीय सेमेस्टर के प्रश्नपत्र प्राप्त कर उन्हें हल कर रहे हैं। सूचना की पुष्टि होने पर एसटीएफ और इगलास पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार सुबह 9:15 बजे मुरसान रोड से दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से एक लैपटॉप, दो मोबाइल फोन, एक डेबिट कार्ड, एक पैन कार्ड और ₹850 बरामद हुए।

प्रारंभिक जाँच में पता चला है कि दोनों आरोपी ऑनलाइन सॉल्व्ड पेपर भेजकर अभ्यर्थियों से पैसे ऐंठ रहे थे। आरोपी धर्मेंद्र के खाते में 50,000 रुपये आए थे। उसने कबूल किया कि उसने 80 अभ्यर्थियों के पेपर सॉल्व किए थे और ऑनलाइन पैसे मिलने के बाद ही पेपर भेजे थे। सॉल्वर गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। एसटीएफ की लखनऊ टीम के सब-इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

टेलीग्राम पर बनाया ग्रुप
गिरफ्तार किए गए आरोपी धर्मेंद्र और पुष्पेंद्र एक निजी डिग्री कॉलेज में शिक्षक हैं। उन्होंने एक टेलीग्राम ग्रुप बनाया था। कुछ दिन पहले उन्होंने ग्रुप पर एक मैसेज भेजा था जिसमें लिखा था कि डी.एल.एड. पेपर की जरूरत हो तो उनसे संपर्क कर सकते हैं। इसके बाद उन्होंने प्रति अभ्यर्थी 3,500 रुपये वसूलना शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार, 80 ट्रांजेक्शन किए गए हैं, जिनमें से 50,000 रुपये यूपीआई आईडी के जरिए उनके खातों में जमा होने की पुष्टि हुई है। बाकी ट्रांजेक्शन की जाँच की जा रही है।

पुलिस इस बात की जाँच कर रही है कि पेपर कहाँ से लीक हुआ।

एसपी ग्रामीण ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि पुष्पेंद्र को पेपर मिल रहा था और धर्मेंद्र उसे सॉल्व कर रहा था। पेपर का सोर्स क्या था, इसे कौन सप्लाई कर रहा था और इस रैकेट में और कौन शामिल है, इसकी जांच की जा रही है।

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