
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में एक बार फिर यातायात पुलिस की वर्दी पर दाग लगने की घटना सामने आई है। मेरठ के हापुड़ अड्डे स्थित भगत सिंह मार्केट में एक रेडीमेट गारमेंट्स की दुकान से चोरी करने का आरोप एक टीएसआई (ट्रैफिक सब-इंस्पेक्टर) पर लगा है। दुकान मालिक ने चोरी की घटना का वीडियो पुलिस को दिखाते हुए इसकी शिकायत की है। इस पूरे मामले ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना के मुताबिक, यह चोरी भगत सिंह मार्केट स्थित एक गारमेंट्स दुकान में हुई, जहां टीएसआई ने गारमेंट्स चुराए और चोरी के बाद दुकान पर आकर लोगों को परेशान भी किया। दुकान मालिक का कहना है कि चोर द्वारा चोरी करने के बाद जब वह अपनी शिकायत लेकर पुलिस के पास गया, तो दरोगा ने उसे और उसकी दुकान को परेशान करना शुरू कर दिया। दुकान मालिक ने आरोप लगाया कि दरोगा का यह व्यवहार उस सीसीटीवी फुटेज के कारण था, जिसमें पुलिसकर्मी की चोरी स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही थी।
दुकान मालिक का कहना है कि जब उसने चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस को सूचित किया, तो न केवल उसे नजरअंदाज किया गया, बल्कि पुलिसकर्मियों ने उसे धमकाने का भी प्रयास किया। दुकानदार ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया, जिसमें साफ दिख रहा है कि चोरी के बाद दरोगा खुद दुकान पर आकर कर्मचारियों को परेशान करता है।
सिर्फ चोरी की घटना ही नहीं, बल्कि पुलिस के इस कथित अत्याचार और दबाव ने इस मामले को और जटिल बना दिया है। पुलिस की इस बेजा हरकत को लेकर दुकान मालिक ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की है और न्याय की उम्मीद जताई है।
इस घटना ने मेरठ पुलिस की छवि को और भी धूमिल किया है, क्योंकि ऐसे गंभीर आरोपों के बावजूद आरोपित पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई अभी तक शुरू नहीं की गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस विभाग इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना के बाद स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों में आक्रोश बढ़ रहा है और वे मांग कर रहे हैं कि पुलिस विभाग अपने कर्मचारियों के आचरण पर कड़ी नजर रखे, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।