
भारतीय रेलवे ने अपने नियमों में हाल ही में किए गए बदलावों को मंगलवार से लागू कर दिया है, जिसके चलते भागलपुर से पटना, दिल्ली, मुंबई और हावड़ा जैसे बड़े शहरों की ओर ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों को अब 5 रुपये से लेकर 50 रुपये तक अधिक किराया चुकाना पड़ रहा है। यह बदलाव सीधे तौर पर रेलवे किराया संरचना और रिजर्वेशन सिस्टम में संशोधन के कारण हुआ है।
क्या है बदलाव?
रेलवे बोर्ड द्वारा लागू किए गए नए नियमों के तहत कुछ प्रमुख परिवर्तन किए गए हैं:
-
रिजर्वेशन चार्ज और सुपरफास्ट सरचार्ज में मामूली वृद्धि
-
डिस्टेंस स्लैब के अनुसार बेस किराए में समायोजन
-
स्टेशन सुविधाओं और ट्रैफिक के आधार पर वर्गीकरण में बदलाव
इन कारणों से भागलपुर से विभिन्न गंतव्यों तक यात्रा करने वाले यात्रियों के टिकट पर थोड़ा अधिक किराया वसूला जा रहा है।
किस रूट पर कितना असर?
रेलवे सूत्रों के अनुसार:
-
भागलपुर से पटना: किराए में लगभग ₹5-₹10 की बढ़ोतरी
-
भागलपुर से हावड़ा: ₹10-₹20 तक अधिक किराया
-
भागलपुर से दिल्ली: ₹30-₹40 का अतिरिक्त बोझ
-
भागलपुर से मुंबई: ₹40-₹50 तक अधिक भुगतान
यह वृद्धि ट्रेन की श्रेणी (मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, राजधानी), दूरी, और रिजर्वेशन श्रेणी (स्लीपर, 3AC, 2AC आदि) पर निर्भर करती है।
यात्रियों में मिली-जुली प्रतिक्रिया
रेलवे द्वारा अचानक लागू किए गए इस बदलाव को लेकर यात्रियों में भ्रम और नाराजगी भी देखी जा रही है। यात्रियों का कहना है कि बिना पूर्व सूचना के किराया बढ़ा देना उचित नहीं है।
भागलपुर स्टेशन पर टिकट काउंटर से टिकट लेने आए एक यात्री ने बताया:
"कल तक जो टिकट 345 रुपये में मिल रहा था, आज वही टिकट 370 रुपये का मिल रहा है। स्टेशन पर कोई स्पष्ट सूचना नहीं दी गई है।"
हालांकि कुछ यात्रियों ने यह भी कहा कि यदि यह राशि यात्री सुविधाओं और समयपालन में सुधार के लिए उपयोग होती है, तो यह स्वीकार्य है।
रेलवे की सफाई
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह किराया संशोधन तकनीकी और संरचनात्मक समीक्षाओं के बाद किया गया है और इसका उद्देश्य रेलवे की वित्तीय स्थिति को संतुलित रखना और बेहतर सेवाएं प्रदान करना है।