परिवहन विभाग ने वाहन मालिकों के लिए एक बड़ी सुविधा शुरू की है। अब वाहन स्वामी अपने मोबाइल फोन के जरिए परिवहन विभाग के 'चैटबाट' के माध्यम से चालान की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे और घर बैठे ही इसका ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे। इस नई पहल से चालान भरने की प्रक्रिया सरल और समय-बचत वाली हो जाएगी।
मामले की जानकारी देते हुए विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वाहन स्वामी को अब बिना किसी देरी के चालान का भुगतान करने की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके चलते उन्हें अतिरिक्त पेनाल्टी या ब्याज नहीं देना पड़ेगा। साथ ही, जो वाहन स्वामी पिछले समय से लंबित चालान का भुगतान नहीं कर पाए हैं, वे भी इस चैटबाट सेवा के जरिए आसानी से पेंडिंग चालान का भुगतान कर सकेंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम तकनीक और डिजिटलाइजेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न केवल वाहन मालिकों की सुविधा बढ़ेगी बल्कि विभाग के कामकाज में भी पारदर्शिता आएगी। वाहन स्वामी अब बार-बार परिवहन कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं होगी और समय की बचत के साथ-साथ लंबी लाइनों में खड़े होने की परेशानी भी खत्म होगी।
चैटबाट सेवा का उपयोग करना भी बेहद सरल है। वाहन स्वामी को बस अपने मोबाइल पर परिवहन विभाग की आधिकारिक चैटबाट सेवा से जुड़ना होगा। इसके बाद वाहन के नंबर और आवश्यक विवरण दर्ज कर चालान की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसी माध्यम से वे तुरंत ऑनलाइन भुगतान भी कर सकेंगे।
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रणाली में सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है। सभी लेन-देन सुरक्षित डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए होंगे, जिससे धोखाधड़ी या किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना कम हो जाएगी। इसके अलावा, भुगतान की पुष्टि वाहन स्वामी को तुरंत मोबाइल पर प्राप्त हो जाएगी।
स्थानीय नागरिकों ने इस पहल की सराहना की है। उनका कहना है कि अब चालान भरना आसान और सुविधाजनक हो गया है। विशेष रूप से बड़े शहरों में जहां ट्रैफिक और लंबी लाइनों की समस्या रहती है, वहां यह डिजिटल सेवा समय और संसाधनों की बचत करेगी।
इस नई सुविधा से वाहन स्वामियों को न केवल चालान का समय पर भुगतान करने में मदद मिलेगी, बल्कि यह सड़क सुरक्षा और नियमों का पालन बढ़ाने में भी सहायक साबित होगी। विभाग ने कहा है कि आने वाले समय में इस सेवा को और अधिक उन्नत बनाकर विभिन्न अन्य डिजिटल सुविधाओं से जोड़ा जाएगा, ताकि वाहन मालिकों को और अधिक सुविधा मिल सके।
संक्षेप में कहा जाए तो, परिवहन विभाग का यह कदम वाहन स्वामियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। 'चैटबाट' सेवा के माध्यम से अब घर बैठे चालान की जानकारी प्राप्त करना और उसका ऑनलाइन भुगतान करना संभव होगा। इससे समय की बचत होगी, अतिरिक्त पेनाल्टी नहीं लगेगी और लंबित चालान का भुगतान भी सरलता से किया जा सकेगा। यह डिजिटल पहल वाहन स्वामियों और विभाग दोनों के लिए लाभकारी साबित होगी।

