सावन में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की सभी आरती के टिकट हुए ऑनलाइन बुक, शयन आरती में नहीं लगेगा शुल्क
सावन मास में बाबा विश्वनाथ के दर्शन व पूजन को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में होने वाली चार आरतियों के सभी टिकट ऑनलाइन पूरी तरह से बुक हो चुके हैं। यह पहला मौका नहीं है जब आरती के टिकटों को लेकर इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अग्रिम बुकिंग कराई हो, लेकिन इस बार सावन में श्रद्धालुओं की आस्था ने सभी रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिए हैं।
गौरतलब है कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रतिदिन पांच प्रमुख आरतियां होती हैं – मंगला आरती, भोग आरती, संध्या आरती, श्रृंगार आरती, और शयन आरती। इनमें से चार आरतियों (मंगला, भोग, संध्या और श्रृंगार) के लिए श्रद्धालुओं को टिकट की आवश्यकता होती है, जबकि रात्रि की शयन आरती विशेष रूप से काशीवासियों द्वारा की जाती है, जिसमें किसी टिकट की आवश्यकता नहीं होती।
ऑनलाइन बुकिंग से बढ़ा पारदर्शिता और सुविधा का स्तर
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आरती के टिकट ऑनलाइन बुकिंग प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराए थे, ताकि देश-विदेश से आने वाले भक्त लंबी कतारों से बच सकें और पहले से ही आरती में सम्मिलित होने की योजना बना सकें। अब ये सभी स्लॉट पूरी तरह भर चुके हैं।
मंदिर प्रशासन के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया:
“सावन में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आरती में शामिल होने के लिए सभी टिकट पहले ही ऑनलाइन बुक हो चुके हैं। अब केवल शयन आरती ही ऐसी आरती है, जिसमें टिकट की आवश्यकता नहीं होती और इसे काशी के मूल निवासियों द्वारा संपन्न किया जाता है।”
शयन आरती की खास परंपरा
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की शयन आरती की विशेष परंपरा है। यह आरती रात को होती है और इसे काशीवासी स्वयं अपने आराध्य बाबा विश्वनाथ को विश्राम देने के भाव से करते हैं। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और इसमें टिकट या विशेष अनुमति की आवश्यकता नहीं होती।
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से की यह अपील
सावन के दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंचती है। ऐसे में मंदिर प्रशासन ने अपील की है कि जिन श्रद्धालुओं को आरती में भाग लेने का टिकट नहीं मिला है, वे सामान्य दर्शन पंक्ति के माध्यम से दर्शन कर सकते हैं और शांति एवं अनुशासन बनाए रखें। साथ ही, कोविड प्रोटोकॉल और सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करने की भी सलाह दी गई है।

